कांग्रेस कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का आयोजन कर रही है। 7 सितंबर 2022 से शुरू हुई कांग्रेस की इस यात्रा का आज चौथा दिन है। स्वराज इंडिया के संस्थापक और सोशल एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव भी इस यात्रा का हिस्सा हैं। योगेंद्र ने कहा कि जो लोग देश जोड़ने की बात कर रहे हैं मैं उनके साथ हूं। मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता नहीं हूं, लेकिन देश में जो नफरत फैली है उससे लड़ने के लिए आज इस यात्रा को समर्थन देने की जरूरत है।
कांग्रेस पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में हिस्सा लेने से जुड़े सवाल पर एनडीटीवी से बात करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा, “मैं बिल्कुल कांग्रेस का नहीं हूं बल्कि मैं तो अपनी पार्टी का बिल्ला लगा के चल रहा हूं। मैं यहां आज इसलिए हूं क्योंकि जो लोग देश को तोड़ने की बजाय जोड़ने का काम कर रहे हैं, मैं उनके साथ हूं। कल अगर कोई और पार्टी भी ऐसी कोशिश करेगी तो उसको भी समर्थन देंगे।”
BJP को सत्ता से उतारना होगा: योगेंद्र यादव ने कहा, “सारा विपक्ष सरकार के लिए कड़ी चुनौती पेश कर सकता है। इसी क्रम में कांग्रेस ने पहल की है, भारत जोड़ो पहल चलाने की जरूरत है इसलिए हम यहां जुटे हैं। लोगों के दुख-तकलीफ पहले से ज्यादा बढ़े हैं, लेकिन देश का बड़ा मीडिया इन मुद्दों को रिपोर्ट नहीं करेगा। ऐसे में पुराने तरीका इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि लोग जागरूक हों सके।”
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है अगर देश को बचाना है तो मौजूदा सत्ताधारी पार्टी को सत्ता से उतारना होगा। इस वक्त देश में जो घृणा फैली है उसे दूर करना मेरी प्राथमिकता है। हालांकि, ये चुनौती लंबी है।
यात्रा किसी एक पार्टी या व्यक्ति की नहीं: 8 सितंबर, 2022 की सुबह योगेंद्र यादव ने फेसबुक लाइव पर एलान किया था कि वह राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे। उनका कहना है कि यह यात्रा किसी एक पार्टी या एक व्यक्ति की नहीं है, कई जन आंदोलनों के लोग इसमें शामिल हुए हैं। यह भारतीय गणराज्य को दोबारा हासिल करने के बारे में है। उन्होंने कहा कि वो तोड़ देंगे, हम निर्माण करेंगे।
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान योगेंद्र यादव ने कहा था, ‘Congress must die’ उन्होंने तब ट्वीट किया था कि अगर पार्टी भारत को बचाने के लिए इस चुनाव में भाजपा को नहीं रोक सकी तो कांग्रेस की भारतीय इतिहास में कोई सकारात्मक भूमिका नहीं है।
यात्रा में शामिल होने से कुछ दिन पहले योगेंद्र यादव ने संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के समन्वय पैनल से इस्तीफा दे दिया था। यादव ने कहा कि जब वह एक एसकेएम में एक सैनिक बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी मोदी सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए सभी आंदोलनों और विपक्षी राजनीतिक दलों की ऊर्जा को शामिल किया जाना चाहिए।