स्मार्टफोन में आग लगने की खबरों के बाद अब दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों में भी आग लगने की घटनाएं सामने आने लगी हैं। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में ओला, ओकिनावा और प्योर ईवी जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों में अचानक आग लग चुकी है। ऐसे में अब वाहनों से संबंधित सुरक्षा मुद्दों पर सवाल उठने लगे हैं। इन घटनाओं के बाद आपका जानना जरूरी है कि आखिर इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी में आग क्यों लगती है और इनसे कैसे बच कसते हैं?
दरअसल ईवी लिथियम-आयन बैटरी द्वारा संचालित होते हैं। जो सेलफोन और स्मार्टवॉच में उपयोग किए जाते हैं। इन्हें आमतौर पर उस तरह की तुलना में कुशल और हल्का माना जाता है। हालांकि वे आग का खतरा भी पैदा कर सकते हैं। इसको लेकर हाल के दिनों कुछ घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं।
इलेक्ट्रिक कारों से लेकर स्मार्टफोन से लेकर लैपटॉप तक, लिथियम-आयन (ली-आयन) आज सबसे लोकप्रिय बैटरी हैं। जो दुनिया भर में लाखों उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के प्रयोग में लाई जा रही है। लीड-एसिड बैटरी की तुलना में ली-आयन बैटरी आमतौर पर 150 वाट-घंटे प्रति किलोग्राम स्टोर कर सकती है। इसी वजह से ली-आयन बैटरी से लैस एक इलेक्ट्रिक कार की ड्राइविंग रेंज अधिक होगी।
आग लगने के क्या कारण हो सकते हैं: ओला और ओकिनावा इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने के असली कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। क्योंकि आग लगने को लेकर कंपनियों का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है। हालांकि, ओकिनावा ने कहा कि “विश्वसनीय स्रोतों, मीडिया और स्थानीय अधिकारियों” के आधार पर शुरुआती जांच में पता लगा है कि आग लगने वाले स्कूटर में चार्ज में लापरवाही बरतने के कारण शॉर्ट सर्किटिंग से आग लगी।
इस उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि आग लगने के कई कारण है सकते हैं। जैसे कि बैटरी पर बाइब्रेशन जैसा तनाव, इलेक्ट्रिक शॉर्ट, या बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम में खराबी के परिणामस्वरूप इन बैटरियों में आग लगने का खतरा हो सकता है। इसके अलावा बिजली के शॉर्ट होने से भी आग लग सकती है।
लिथियम-आयन बैटरी में आग लगने से पहले कुछ संकेत देते हैं। जैसे बैटरी बहुत ज्यादा गर्म महसूस हो सकती है या फूल सकती है। इसके अलावा बैटरी का रंग बदल सकता है या फीका पड़ सकता है। धुंआ निकलना शुरू हो सकता है। जिसके बाद आग सकती है।
बचाव के कुछ तरीके: इलेक्ट्रिक वाहन चलाकर ले आएं तो तुरंत उसे चार्ज पर लगाने से बचे। ऐसा इसलिए क्योंकि उस समय बैटरी के अंदर लिथियम-आयन सेल काफी गर्म रहते हैं। कोशिश करें कि बैटरी को ठंडा होने दें फिर चार्ज करें। अगर आपके वाहन में अलग होने वाली बैटरी है तो उसके गाड़ी से अलग करके चार्ज करें।
इसके अलावा गाड़ी के उपयुक्त बैटरी का ही इस्तेमाल करें। सस्ती स्थानीय बैटरी का इस्तेमाल नहीं करें। इससे इलेक्ट्रिक वाहन को नुकसान पहुंच सकता है। ईवी के साथ मिले चार्जिंग केबल का इस्तेमाल करें। बैटरी बार-बार अधिक गर्म हो तो उसे इस्तेमाल करने से बचें।