महाराष्ट्र में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की रैली होने वाली है। लेकिन इससे बीजेपी की चिंताएं बढ़ गई है। कांग्रेस द्वारा अप्रैल के तीसरे सप्ताह में नागपुर में राहुल गांधी की रैली की घोषणा की गई है। इस रैली ने सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दलों के बीच मुकाबले का मंच तैयार कर दिया है।

प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, “राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को नागपुर आकर रैली करने दीजिए. हमें कोई दिक्कत नहीं है। यह हमारे समर्थन आधार या सार्वजनिक रूप से हमारी सद्भावना पर कोई प्रभाव नहीं डालेगा। रैलियों के बहाने अगर विपक्ष समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने की कोई कोशिश करता है और अगर इससे कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा होती है तो पुलिस कार्रवाई करने के लिए बाध्य है।”

नागपुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) का मुख्यालय है। यह वह जगह भी है जहां 14 अक्टूबर, 1956 को डॉ बी आर अंबेडकर ने दीक्षाभूमि में हजारों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म ग्रहण किया था। जाहिर है अब इस रैली के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक तापमान बढ़ेगा।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, “हम जानते हैं कि बीजेपी हमारे लिए रैली करना आसान नहीं बनाने जा रही है रैली स्थल की अनुमति से लेकर लोजिस्टिक्स तक, हमें अपने अधिकारों पर जोर देना होगा। लेकिन लोकतंत्र में कोई किसी को जनसभाएं करने से नहीं रोक सकता।”

विदर्भ के एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने मामूली राजनीतिक झड़पों को अप्रासंगिक बताते हुए कहा, “शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis government) ऐसा कुछ भी नहीं करने जा रही है जो नियमों के खिलाफ हो। हर पार्टी को रैलियां और सभाएं करने का अधिकार है। अगर राज्य प्रशासन को हस्तक्षेप करना होता, तो वह संभाजीनगर में महा विकास अघाड़ी की रैली को रोक सकता था, जहां सांप्रदायिक तनाव भड़क गया था।”

भाजपा के लिए बड़ी चिंता अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आधार को सुनिश्चित करना है, जिसने पिछले तीन चुनावों में पार्टी का साथ दिया है। 2019 में बीजेपी ने विदर्भ क्षेत्र की 62 विधानसभा सीटों में से 29 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि अन्य पार्टियों में कांग्रेस 15, एनसीपी 6, शिवसेना 4 और अन्य ने 8 पर जीत हासिल की थी। वहीं 2014 में बीजेपी ने 62 में से 44 सीटों पर जीत हासिल की थी। यानी 2019 में 15 सीटों का नुकसान हुआ था।