सोशल मीडिया पर इन दिनों पीएम नरेंद्र मोदी का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इसमें वह केंद्र सरकार को जमकर फटकार रहे हैं। नरेंद्र मोदी का यह भाषण तब का है जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और केंद्र में कांग्रेस सत्ता में थी। वीडियो की यूएसपी यही है कि मोदी केंद्र सरकार की खिंचाई कर रहे हैं।
वह कह रहे हैं- संकट आते हैं लेकिन किसी संकट के समय नेतृत्व दिशाहीन हो, असहाय हो, निराश हो तब संकट बहुत गहरा हो जाता है। सवा सौ करोड़ लोगों का देश आज निराशा की गर्त में डूबा हुआ है। दिल्ली के तख्त पर से, दिल्ली के शहंशाहों की तरफ से आशा जगे, विश्वास पैदा हो, टूटा हुआ भरोसा फिर से पुनः प्रस्थापित हो, न ऐसी कोई सोच दिखाई देती है, न ऐसे कोई कदम दिखाई देते हैं और न ही कोई कार्ययोजना दिखाई देती है। देश का दुर्भाग्य है कि शासकों को न देश की रक्षा की कोई चिंता है, न रुपए की कीमत की चिंता है।
यह पुराना वीडियो शेयर कर लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं।अशोक वानखेड़े ने ‘सत्य वचन’ लिखते हुए यह वीडियो फेसबुक पर शेयर किया।
दीपक माथुर ने तंज किया- आश्चर्य है…इतनी सटीक भविष्यवाणी वह भी इतना पहले। मौजूदा हालात पर बिलकुल फिट बैठ रही है।
सुरेश द्विवेदी कहते हैः है महाप्रभु…आप के हर बोलवचन सत्य साबित हो रहे है। बस आपके प्रधानमंत्री रहते ही ये सब घटित हो रहा है। रहम करो भगवन।
नरेंद्र खापड़े और मणि कुंदन ने सामान्य फेकू टाइप टिप्पणी से काम चलाया है तो संतोष काते का कहना है कि मोदी जी जब से आप प्रधानमंत्री हो गए हैं, लोगों ने आशा-निराशा छोड़ दी है।
बता दें कि देश में जिस तरह लोग कोरोना महामारी की चपेट में आए हैं और जांच, अस्पताल, इलाज, दवा, ऑक्सिजन आदि के लिए तरस रहे हैं, वैसी स्थिति में लोग केंद्र सरकार को कोस रहे हैं और प्रधानमंत्री को भी निशाने पर ले रहे हैं।