कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल मची हुई है, लेकिन अब एक बड़ी राजनीतिक खबर बंगाल से आ रही है। बंगाल के बड़े नेता मुकुल रॉय (Mukul Roy) ने दावा किया है कि वह बीजेपी में बने हुए हैं। उन्होंने कहा है कि वह पार्टी ज्वाइन नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने बीजेपी को छोड़ा ही नहीं था, ना ही वह टीएमसी में शामिल हुए थे। हालांकि उनके ट्विटर बायो में टीएमसी नेता लिखा हुआ है। वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) ने भी इस मामले पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुकुल रॉय बीजेपी से विधायक हैं।
मुकुल रॉय दिल्ली में
बता दें की मुकुल रॉय अभी दिल्ली में है और वह कई बीजेपी नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। मुकुल रॉय ने सुबह बयान दिया था कि वह गृह मंत्री अमित शाह से मिलना चाहते हैं और इसके लिए वह उनसे समय मांगेंगे। वहीं मीडिया से बात करते हुए मुकुल रॉय ने कहा, “टीएमसी से इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं होता। मैं उनका हिस्सा नहीं हूं। मैं बहुत पहले रिजाइन कर चुका हूं।”
मुकुल रॉय का बड़ा बयान
वहीं मुकुल रॉय ने कहा कि मैं पहले से बीजेपी के साथ हूं और मैं पार्टी के साथ बना रहूंगा। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि अगर पार्टी मुझे कोई काम देती है तो मैं पूरे मन से उसे करूंगा।
ममता बनर्जी का रिएक्शन
वहीं मुकुल रॉय पर ममता बनर्जी से सवाल पूछा गया। उन्होंने कहा, “मुकुल रॉय बीजेपी विधायक हैं और सबकुछ उनपर निर्भर करता है। आपको उनके बारे में उनके बेटे शुभ्रांशु से पूछना चाहिए, जिन्होंने एक कंप्लेंट की, जो काफी सीरियस है। लेकिन ये बहुत छोटा मुद्दा है और हम उसकी परवाह नहीं करते।”
ममता बनर्जी ने इस मामले को लेकर बीजेपी पर भी निशाना साधा। ममता बनर्जी ने कहा, “बीजेपी सत्ता में है इसलिए वह जो कुछ चाह रहे हैं, उसे कर रहे हैं। लेकिन वह इस बात को नहीं समझ रहे हैं कि पावर टेंपरेरी है। कुर्सी आती है, जाती है लेकिन लोकतंत्र हमेशा रहेगा। संविधान हमेशा रहेगा। इसमें कुछ बदलाव हो सकता है लेकिन आप उसे पूरी तरह से बुलडोज नहीं कर सकते। इसी कारण बीजेपी 2024 लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाएगी।”
क्या है पूरा मामला
दरअसल ये मामला सुर्खियों में तब छाया जब मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय ने एक कंप्लेंट दायर की। कंप्लेन के अनुसार उनके पिता का फोन स्विच ऑफ जा रहा था और उनका कुछ पता नहीं है। लेकिन इसके बाद मुकुल रॉय का बयान आ गया था कि वह दिल्ली में है और वह अपने निजी कामों की वजह से दिल्ली आए हैं। इसके बाद मुकुल रॉय के बीजेपी में जाने को लेकर कयास तेज हो गए थे।