तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा का कांग्रेस से भी कनेक्शन रहा है। वह पूर्व में इस पार्टी और उसके पूर्व चीफ राहुल गांधी के साथ काम भी कर चुकी हैं।
यह बात तेज-तर्रार छवि वाली महुआ मोइत्रा ने शनिवार को हिंदी खबरिया चैनल “आज तक” पर प्रसारित इंटरव्यू आधारित कार्यक्रम सीधी बात के दौरान वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला के सामने स्वीकारी। दरअसल, ऐंकर ने पूछा था कि आपने लंदन से लौटने के बाद क्या राहुल और कांग्रेस के साथ काम किया…क्या यह सच है? जवाब आया- हां, सही है। मैं जब इंग्लैंड से भारत लौटकर आई थी, तब कांग्रेस में थी। मैं उस वक्त बंगाल में यूथ कांग्रेस के लिए “आम आदमी का सिपाही” नाम का प्रोग्राम करती थी।
हालांकि, उन्होंने यह बताया कि उनका कांग्रेस से मोहभंग क्यों हुआ? बकौल महुआ, “आठ साल में आप देखें तो केंद्र में कांग्रेस की सरकार में लेफ्ट भी शामिल थी। उस वक्त हम जब कांग्रेस में किसी आंदोलन में हिस्सा लेते थे, तब कहा जाता था कि लेफ्ट को नाराज नहीं कर सकते हैं…सरकार उन पर निर्भर है। हम इसी वजह से खुलकर कभी कोई आंदोलन नहीं कर सके।”
टीएमसी सांसद के मुताबिक, “मुझे महसूस हुआ कि बंगाल से सीपीएम को हटाना है, तो कांग्रेस में रहकर हम यह कभी नहीं कर सकते, क्योंकि कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर सरकार में सीपीएम को साथ लेकर चल रहा था। यही वजह थी कि ममता ने कांग्रेस छोड़ टीएमसी को जन्म दिया और लेफ्ट को हटाने का आंदोलन तेजी से बढ़ा रही थीं, तभी मैंने भी वहां से शिफ्ट कर लिया।”
कौन हैं महुआ मोइत्रा?: फिलहाल वह पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर क्षेत्र से टीएमसी की लोकसभा सांसद हैं। पर राजनीति में आने से पहले वह इन्वेस्टमेंट बैंकर थीं। अमेरिकी मल्टीनेशनल इन्वेस्टमेंट बैंक जेपी मॉर्गन में साल 2009 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी थी। महुआ ने मैसाचूसेट्स (यूएस) के माउंट होलयोक कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की है, जहां उन्होंने गणित और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। 44 साल की सांसद 2010 में कांग्रेस छोड़ टीएमसी में आ गई थीं, जबकि पार्टी में कई साल तक वह राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रही हैं।