पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) और चुनावी-राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के संगठन आई-पैक (I-PAC) में तनाव बढ़ने की खबर है। शनिवार (12 फरवरी, 2022) को इसी मसले को लेकर सीएम ने पार्टी के टॉप नेताओं की एक मीटिंग बुलाई है।

सत्तारूढ़ दल के सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, टीएमसी सुप्रीमो शनिवार शाम अपने आवास पर पार्टी के सीनियर पदाधिकारियों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। सूत्रों ने आगे बताया, सिर्फ छह वरिष्ठ नेताओं (राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी, महासचिव पार्थ चटर्जी, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बख्शी और मंत्रियों फिरहाद हकीम, अरूप विश्वास और चंद्रिमा भट्टाचार्य) को बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया है।

दीदी के दल के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर एजेंसी को बताया, “पार्टी में मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए 11 फरवरी, 2022 की शाम पांच बजे बैठक होगी। कुछ नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयान और जवाबी बयान पार्टी सुप्रीमो को पसंद नहीं आए। इसे कहीं रुकना होगा। हमारी पार्टी सुप्रीमो द्वारा सभी नेताओं को एक संदेश देने की संभावना है।”

पीटीआई की रिपोर्ट में आगे सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया कि सीएम 28 फरवरी को आने वाले निकाय चुनावों के लिए रणनीति पर भी चर्चा कर सकती हैं। हालांकि, दीदी ने फिलहाल पार्टी की एक नई कार्य समिति गठित नहीं की है।

दरअसल, टीएमसी में कलह शुक्रवार को तब बढ़ गई जब पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के करीबी माने जाने वाले नेताओं ने ‘एक व्यक्ति एक पद’ की खुलकर वकालत की, जिसके अनुसार पार्टी के एक सदस्य को एक पद पर रहना चाहिए। वैसे, हकीम समेत पार्टी के पुराने नेताओं का एक वर्ग इस कदम को पार्टी अनुशासन के खिलाफ बता रहा है।

यह मीटिंग ऐसे वक्त पर होग, जब आई-पैक के खिलाफ टीएमसी में बढ़ती नाराजगी है, जबकि कुछ समय पहले टीएमसी और आई-पैक साथ में काम कर रही थीं। हालांकि, कुछ समय पहले यह भी अटकलें थीं कि आई-पैक और टीएमसी के बीच सब कुछ खत्म हो गया। इस मसले पर दीदी से भी सवाल दागा गया था, जिस पर उन्होंने इसे निजी मामला करार दिया था।

मैसेज पर हुई बात, थैंक्यू में दिया जवाब

ममता की टीएमसी और पीके की आई-पैक के बीच इस खटपट से इतर दोनों दिग्गजों के बीच दूरियों की बात भी सामने आई। दरअसल, बांग्ला दैनिक अखबार आनंद बाजार पत्रिका की एक रिपोर्ट में इस बाबत दोनों के बीच हुई मैसेज में बातचीत के बारे में बताया गया था।

अखबार के मुताबिक, किशोर ने ममता को एक मैसेज भेजा था। उन्होंने इसमें कहा था कि वह तृणमूल के लिए बंगाल, मेघालय और ओडिशा में काम नहीं करना चाहते हैं। जवाब में सीएम की ओर से “थैंक यू” (शुक्रिया) लिखा गया था।