West Bengal Election: कोरोना वायरस संक्रमण काल में चुनावी रैलियों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सवाल हुआ, तो उन्होंने इसके लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया। हालाकिं, यह भी कहा कि सभी लोग इस दौरान अपना-अपना ख्याल रखकर ही पार्टी प्रचार करते हैं। टीके की कमी पड़ने से जुड़े प्रश्न को भी उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया और साफ किया कि जहां जितनी जरूरत पड़ रही है, वहां उतनी वैक्सीन मुहैया कराई जा रही है।
दरअसल, गृह मंत्री शुक्रवार को दो दिवसीय बंगाल दौरे के मद्देजनर राजधानी कोलकाता में थे। वह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे, तभी लॉकडाउन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक अधिसूचना का जिक्र करते हुए एक पत्रकार ने उनसे पूछा था- आप आए (बंगाल) हैं। दो-दो रैली-रोड शो करेंगे। बाकी पार्टी भी कर रही हैं। इसी बीच, कोरोना की महामारी वाला भयानक माहौल बना हुआ है। आपको क्या लगता है कि राजनीतिक पार्टियों को अपनी चुनावी रणनीति पर पुनःविचार करना चाहिए। वरना साधारण लोग मारे जाएंगे और वैक्सीन भी कम पड़ रही है?
शाह बोले- वैक्सीन कम पड़ रही है…ये ठीक बात नहीं है। सब राज्यों में उपलब्ध कराई गई है। जहां जितनी चाहिए, वहां उतनी दी जा रही है। दूसरा- जहां तक राजनीतिक प्रचार की बात है, तो यह चुनाव आयोग को तय करना है कि चुनाव कब कराने हैं और कब नहीं। यह सियासी दल नहीं तय कर सकते हैं। मैं मानता हूं कि संविधान में और कोई अंतरिम व्यवस्था नहीं है। शायद ईसी ने इसलिए चुनाव कराना पसंद किया होगा। पर सभी लोग अपना-अपना ख्याल रखकर ही चुनाव प्रचार करते हैं।
गृह मंत्री ने सीएम ममता पर निशाना साधा और कहा केंद्रीय बलों के खिलाफ उनका गुस्सा विधानसभा चुनावों में ‘‘आसन्न हार’’ को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की निराशा का सबूत है। उन्होंने भरोसा जताया कि पहले तीन चरणों के चुनाव में जहां भी मतदान हुआ है उनमें से भाजपा 36 से 68 सीटों पर जीत जाएगी। राज्य की 294 विधानसभा सीटों में से 91 पर तीन चरणों में मतदान हो चुका है।
शाह बोले, ‘‘मैंने किसी मुख्यमंत्री या राजनीतिक दल के अध्यक्ष को ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते कभी नहीं देखा जैसा कि ममता बनर्जी केंद्रीय बलों के खिलाफ कर रही हैं। क्या वह अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रही हैं? क्या वह अव्यवस्था की स्थिति पैदा करना चाहती हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि वह थोड़ी समझदारी दिखाएं। उन्हें पता होना चाहिए कि केंद्रीय बल चुनावों के दौरान गृह मंत्रालय के अधीन काम नहीं करते। उनकी कमान निर्वाचन आयोग के पास होती है।’’
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शाह टीएमसी सुप्रीमो के उस दावे पर जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि सीएपीएफ जवान शाह और गृह मंत्रालय के कहने पर मतदाताओं को प्रताड़ित कर रहे हैं तथा डरा-धमका रहे हैं और उन्हें भाजपा के लिए वोट डालने को कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि बनर्जी की, अल्पसंख्यक वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए की गई एकता की अपील यह दिखाती है कि अल्पसंख्यक मतदाता टीएमसी से दूर जा रहे हैं। शाह ने कहा कि बंगाल के लोग ममता बनर्जी के घुसपैठ रोकने में नाकाम रहने, सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने और तुष्टीकरण की राजनीति से नाराज हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)
“CAA पर ममता सरकार का फैसला हम बदल देंगे; कांग्रेस confused पार्टी है” – अमित शाह #WestBengal #BengalBattle #BengalElections #AssemblyElections2021 #AmitShah #MamataBanerjee pic.twitter.com/hptwrxe2qj
— AajTak (@aajtak) April 9, 2021
शाह ने इसके अलावा ममता के गढ़ भवानीपुर में शुक्रवार को घर-घर जाकर पार्टी प्रचार किया। देखें, VIDEO:
Live from the Door to door campaign in Bhabanipur, West Bengal. #BJP200PlusInBengal https://t.co/WkeMFSU9iE
— Amit Shah (@AmitShah) April 9, 2021