पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार शानदार जीत दर्ज करने के बाद से ही तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के हौसले बुलंद हैं। ममता बनर्जी अलग अलग राज्यों में भी अपनी पार्टी का विस्तार करने में जुटी हुई है और साथ ही वे भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने की कवायद में भी लगी हुई हैं। भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने की मुहिम में जुटी टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी अब मुंबई का दौरा करेंगी। इस दौरान वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी नेता शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी। मुंबई के बाद ममता बनर्जी जयपुर के दौरे पर भी जाएंगी।
मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुंबई में रहेंगी। इस दौरान वे अपने समकक्ष उद्धव ठाकरे और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात करेंगी। भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने के प्रयास में जुटी ममता बनर्जी का यह दौरा काफी अहम है और दोनों नेताओं के साथ मुलाक़ात के दौरान वे उनसे मोर्चे में आने का आग्रह भी कर सकती हैं। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने ममता बनर्जी के प्रस्तावित मुंबई दौरे की पुष्टि की है।
2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा विरोधी पार्टियों को एक करने की कोशिश में जुटी ममता बनर्जी अलग अलग राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ भी बातचीत कर रही हैं। अपने मुंबई दौरे के दौरान ममता बनर्जी कुछ उद्योगपतियों से भी मुलाक़ात कर सकती हैं और राज्य में निवेश करने के लिए प्रेरित कर सकती हैं। इसके बाद ममता बनर्जी दिसंबर के पहले सप्ताह में जयपुर का भी दौरा कर सकती हैं।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद से ही ममता बनर्जी टीएमसी का विस्तार करने में जुटी हुई है। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी का विस्तार करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। गुरुवार को मेघालय में पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के नेतृत्व में करीब 12 कांग्रेस विधायक टीएमसी में शामिल हो गए। इसके अलावा पिछले दिनों ममता बनर्जी की मौजूदगी में दिल्ली में कई नेताओं ने टीएमसी का दामन थामा।
पूर्व जदयू नेता पवन वर्मा, पूर्व सांसद कीर्ति आजाद और राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले अशोक तंवर भी टीएमसी में शामिल हो गए। इससे पहले गोवा के पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फलेरियो समेत कई वरीय कांग्रेसी नेताओं ने भी टीएमसी का दामन थामा। इतना ही नहीं प्रियंका गांधी के काफी नजदीकी माने जाने वाले और उत्तरप्रदेश के कद्दावर राजनीतिक घराने से आने वाले ललितेश पति त्रिपाठी भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।
राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस का प्रभाव दस राज्यों में देखने को मिल सकता है। ममता बनर्जी कांग्रेस और दूसरी पार्टियों के कई बड़े नेताओं को टीएमसी में जोड़ रही हैं। बंगाल के बाद अब ममता राष्ट्रीय फलक पर छाने की कोशिश में जुटी हुई है ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर दी जा सके।