Weather Today : उत्तर प्रदेश के कई जिलों में में सुबह की शुरुआत ठंड के साथ हो रही है। धीरे-धीरे मौसम में बदलाव आ गया है। कुछ क्षेत्रों में तो सुबह के समय कोहरा भी पड़ रहा है। लेकिन मौसम साफ रहने के कारण दिन में तेज धूप रहती है। मेरठ में भी सुबह की शुरुआत हल्की ठंडी हवाओं के साथ हुई। इसके पूर्व रविवार को भी सुबह की शुरुआत ठंडी हवाओं संग हुई थी। इस बार अच्छी ठंड पड़ने की संभावना है। मेरठ में हल्के कोहरे ने भी दस्तक दे दी है। हालांकि दिन का तापमान बढ़ा हुआ है।
बीती रात हुई बारिश के बाद रविवार को हैदराबाद के कुछ हिस्सों में फिर बाढ़ जैसे हालात बन गए जबकि कृष्णा और भीमा नदियों के उफान पर होने की वजह से कर्नाटक के चार जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। हाल में करीब एक शताब्दी में हुई सबसे भीषण बारिश के बाद बाढ़ का सामना करने वाले हैदराबाद में बीती रात फिर मूसलाधार बारिश हुई। पुलिस और निकाय अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शनिवार शाम से हो रही बारिश की वजह से झीलें और अन्य जल केंद्र पानी अधिक भर जाने के कारण उफनाने लगे जिससे कई निचले इलाकों में पानी भर गया। इनमें शहर और शहर के बाहर के वो इलाके भी शामिल हैं जो पिछले हफ्ते आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए थे।
मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने कहा कि पिछले हफ्ते हुई भारी बारिश के चलते कलबुर्गी, विजयपुरा, यादगिर और रायचूर जिलों में कई गांव बाढ़ के पानी में पूरी तरह से या आंशिक रूप से डूब गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 अक्टूबर को वह बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई दौरा करेंगे। वहीं, मौसम विभाग ने बताया कि अरब सागर के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र और प्रबल हुआ है। इससे भारतीय तट के साथ झारखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में बारिश का पूर्वानुमान है। इसके अलावा मौसम विभाग ने बारिश से बुरी तरह प्रभावित हैदराबाद और इसके आसपास के इलाकों में फिर वर्षा की चेतावनी जारी की है। इसके अनुसार आज दोपहर और रात में कुछ क्षेत्रों में बारिश हो सकती है। विभाग के अनुसार कुछ क्षेत्रों में रातभर बारिश का भी पूर्वानुमान है। बता दें कि हैदराबाद के कई इलाकों में अभी भी पानी भरा हुआ है। यहां करीब पचास लोगों की मौत हुई है और करीब 9 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो गया।
पूर्व बिहार, सीमांचल और कोसी के जिलों में गर्मी के कारण लोग परेशान हैं। मुंगेर, जमुई, खगडि़या, लखीसराय, बांका, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, किशनगंज जिलों में गर्मी है। उमस के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है। खेतों में पानी नहीं है। अपने साधन में खेती की जा रही है।
भागलपुर और बांका जिले में तेज धूप खिली है। मौसम में गर्मी और उमस बरकरार है। मौसम का पिछले दो सप्ताह से यही हाल है। इस दौरान बारिश पूरी तरह बंद है। कभी-कभार हल्की बारिश हो रही है।
हिमाचल प्रदेश के केलंग में इस सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री दर्ज किया। यहां तेज धूप के खिले रहने के बावजूद अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार 25 अक्टूबर तक मौसम के साफ रहने की संभावना है। शिमला में भी न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। शनिवार को दर्ज 13.5 डिग्री तापमान की अपेक्षा रविवार को 12.9 डिग्री दर्ज किया गया है।
अक्टूबर माह के दो सप्ताह बीतने के बाद भी लोगों को गर्मी व उमस से राहत नहीं मिल रही है। तापमान में पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के कारण ही दोपहर की धूप चुभन का अहसास करा रही है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जबकि गत वर्षों में अक्टबूर के पहले सप्ताह में ही ठंड पड़ने लगी थी।
लगातार तापमान में हो रही बढ़ोत्तरी के बाद मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में गिरावट के साथ ही लोगों को उमस व गर्मी से राहत मिलेगी। हवाओं में परिवर्तन के कारण रात में ठंडक बढ़ेगी।
बंगाल की खाड़ी के कम दबाव के क्षेत्र का प्रभाव मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा लेकिन पश्चिम उत्तर प्रदेश में इसका कोई खास प्रभाव नहीं रहेगा। आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान 35 डिग्री से कम दर्ज किए जाने संभावना है। दिन में गुलाबी मौसम का अहसास होगा।
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से देश में व्यापक स्तर पर मौसम में बदलाव हो रहा है। मेरठ और आसपास के जिलों में मौसम पर भी इसका प्रभाव नजर आया। मंगलवार को भी आसमान पर बादल छाए नजर आए थे। हवाओं की दिशा में परिवर्तन हुआ था। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगे दिन के तापमान में कमी आएगी और प्रदूषण के स्तर में पहले बढ़ोत्तरी और फिर सुधार होगा। सुबह की शुरुआत अभी हल्की ठंडी हवाओं के साथ हो रही है।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में में सुबह की शुरुआत ठंड के साथ हो रही है। धीरे-धीरे मौसम में बदलाव आ गया है। कुछ क्षेत्रों में तो सुबह के समय कोहरा भी पड़ रहा है। लेकिन मौसम साफ रहने के कारण दिन में तेज धूप रहती है। मेरठ में भी सुबह की शुरुआत हल्की ठंडी हवाओं के साथ हुई। इसके पूर्व रविवार को भी सुबह की शुरुआत ठंडी हवाओं संग हुई थी। इस बार अच्छी ठंड पड़ने की संभावना है। मेरठ में हल्के कोहरे ने भी दस्तक दे दी है। हालांकि दिन का तापमान बढ़ा हुआ है।
अगले 24 घंटों में नागालैंड ,मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा ,गुजरात एवं अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश के साथ कई जगहों पर हल्की से लेकर मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई। गंगीय पश्चिम बंगाल ,ओडिशा,आंघ्र प्रदेश ,तेलंगाना ,महाराष्ट्र ,दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
विगत 24 घंटों के दौरान गुजराज के सौराष्ट्र एवं कच्छ के अलावा विदर्भ और तेलंगाना में विभिन्न स्थानों पर हल्की एवं मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
पश्चिम बंगाल ,आंध्र प्रदेश के कुछ भागों ,मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, गुजरात के पूर्वी भाग,दक्षिणी राजस्थान और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में हल्की एवं मध्यम बारिश हुई। कर्नाटक, केरल एवं तमिलनाडु के कुछ भागों में हल्की बारिश हुई। पूर्वोत्तर भारत में मौसम मुख्यत: शुष्क रहा। वैसे असम में एक दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।
पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि तटीय शहरों की जरूरतों को पूरा करने के मद्देनजर मुंबई और चेन्नई के लिए विकसित एकीकृत बाढ़ चेतावनी प्रणाली को कोलकाता तक विस्तारित किया जाएगा। हर्षवर्धन के पास केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का जिम्मा भी है। उन्होंने कहा कि विज्ञान शिक्षा के योगदान में महिलाओं की भागीदारी के प्रतिशत में ना केवल विद्यालय स्तर पर ही खासी वृद्धि हुई बल्कि सरकारी प्रयोगशालाओं में भी महिलाओं के प्रतिशत में इजाफा हुआ है।
कर्नाटक के चार जिलों में रविवार को भी बाढ़ के हालात गंभीर बने रहे। यहां कृष्णा और भीम नदी उफान पर हैं और सेना, राज्य एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल बचाव कार्य कर रहे हैं तथा बाढ़ के बीच फंसे हजारों लोगों को निकाला गया है।
हैदाराबाद के कई हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मेडचल मल्काजगिरी जिले के सिंगापुर टाउनशिप में 157.3 मिमी और शहर के उप्पल के पास बांदलागुड़ा में 153 मिमी बारिश हुई। शहर के कई अन्य इलाकों में भी भारी बारिश हुई। जीएचएमसी के निगरानी एवं आपदा प्रबंधन निदेशक विश्वजीत कामपति के एक ट्वीट के अनुसार ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के आपदा प्रतिक्रिया बल (डीआरएफ) के कर्मी लगातार जलजमाव और बाढ़ मे बचाव कार्य कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के पुणे, कोंकण और औरंगाबाद डिविजन में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण कम से कम 48 लोगों की मौत हुई है जबकि लाखों हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि बारिश और बाढ़ से पश्चिम महाराष्ट्र के पुणे डिविजन में 29 लोगों की मौत हुई है जबकि मध्य महाराष्ट्र के औरंगाबाद डिविजन, जिसमें उस्मानाबाद भी आता है, में 16 लोगों की और तटवर्ती कोंकण क्षेत्र में तीन लोगों की मौत हुई है।
कर्नाटक आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, बचाव दलों ने अब तक 20,269 लोगों को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों से निकाला है। भारी बारिश होने से तथा पड़ोसी महाराष्ट्र में बांधों से पानी छोड़ने के कारण कर्नाटक के चार जिलों के 111 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के कारण फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।
भारी बारिश के कारण फसलों को पहुंचे नुकसान से परेशान किसानों ने नांदेड़ जिले में रविवार को महाराष्ट्र के मंत्री विजय वाडेट्टीवार के काफिले को रोका और मांग की कि सर्वेक्षण के लिए दौरे करने के बजाए सरकार उन्हें तुरंत मदद मुहैया करवाए। किसानों ने राज्य आपदा प्रबंधन और राहत एवं पुनर्वास मंत्री से ‘बारिश के कारण अकाल पड़ने’ की घोषणा करने की मांग की और चेतावनी दी कि मांगें पूरी नहीं होने पर वे मुंबई में प्रदर्शन करेंगे। मंत्री जिले में भारी बारिश के कारण पहुंचे नुकसान का आकलन करने आए थे।
कर्नाटक आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, बचाव दलों ने अब तक 20,269 लोगों को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों से निकाला है। भारी बारिश होने से तथा पड़ोसी महाराष्ट्र में बांधों से पानी छोड़ने के कारण कर्नाटक के चार जिलों के 111 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के कारण फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर राज्य में वर्षा से प्रभावित किसानों के लिए मदद मांगेंगे। मराठवाड़ा क्षेत्र में उस्मानाबाद जिले के कांकरबावड़ी, सस्तुर गांवों में सुबह-सुबह दौरे पर आए पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश से प्रभावित किसानों से बातचीत की। महाराष्ट्र के पुणे, कोंकण और औरंगाबाद डिविजन में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण कम से कम 48 लोगों की मौत हुई है जबकि लाखों हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गई है।
वियतनाम के मध्य भाग में लगातार भारी वर्षा के बीच रविवार को भूस्खलन होने से कम से कम 22 सैन्यकर्मी मलबे के नीचे दब गये। सरकारी वियतनाम न्यूज एजेंसी ने बताया कि कुआंग त्रि प्रांत में भूस्खलन से चट्टान टूटकर पहाड़ी की तलहटी में सेना के एक शिविर के ऊपर आ गिरे। आठ लोग अपनी जान बचाने में सफल रहे जबकि 22 अन्य लोगों के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है। एजेंसी के अनुसार करीब 100 बचावकर्मी राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं तथा मलबे से तीन शव बरामद किये गये हैं। इलाके में एक सप्ताह से वर्षा हो रही हैं।
महाराष्ट्र के पुणे, कोंकण और औरंगाबाद डिविजन में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण कम से कम 48 लोगों की मौत हुई है जबकि लाखों हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि बारिश और बाढ़ से पश्चिम महाराष्ट्र के पुणे डिविजन में 29 लोगों की मौत हुई है जबकि मध्य महाराष्ट्र के औरंगाबाद डिविजन, जिसमें उस्मानाबाद भी आता है, में 16 लोगों की और तटवर्ती कोंकण क्षेत्र में तीन लोगों की मौत हुई है।
आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के कारण पूर्वी गोदावरी जिले के 126 गांवों में 1.13 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। यहां 9 से 13 अक्टूबर के बीच 218 मिमी वर्षा हुई। ऐसे में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
राजस्थान के जोधपुर में मौसम ने अचानक करवट बदल ली है। शहर के कई इलाकों में तेज बारिश हो रही है। यहां शनिवार रात से ही आसमान में बादल छाने लगे थे। जोधपुर में बारिश से तापमान में खासी गिरावट आई है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि अगले 72 घंटों तक शहर में बारिश रहने की संभावना है। बता दें कि इससे पहले दो सितंबर को जोधपुर और मारवाड़ के अलावा राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई थी। तब सड़कों पर पानी भर गया था।
हैदराबाद में शनिवार को हुई बारिश के बाद बालापुर झील बह गई। इससे बांध टूट गया और पानी रिहायशी इलाकों की ओर बढ़ने लगा। पानी के तेज बहाव को देखकर लोग दहशत में हैं और अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की और पहुंच रहे हैं।
कर्नाटक में एक फीमेल डॉग का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। दरअसल राज्य में विजयपुरा जिला स्थित तारापुर गांव भारी बारिश से बेहाल है। गांव में पानी भरने से फिमेल डॉग के पिल्ले भी इसके चपेट में आ गए। ऐसे में उसने उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हैदराबाद में बुधवार तक के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है और कहा है कि बिजली गिरने और गरज के साथ आंधी-तूफान आने की संभावना है।
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में भारी बारिश और बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। अब तक करीब पचास लोगों की मौत हो चुकी है। सड़कों पर पानी भरने की वजह से यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने आज भी शहर के कुछ इलाकों में बारिश होने का अनुमान जताया है। इधर मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 48 से 72 घंटों में मध्यप्रदेश में बारिश होगी। छत्तीसगढ़ और गुजरात में भी बारिश का अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक जबलपुर, भोपाल और इंदौर में कहीं-कहीं बारिश होने की उम्मीद है। ग्वालियर-चंबल संभाग सहित कई हिस्सों में मध्यम से हल्की बारिश के आसार हैं। मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने बताया कि अगले 24 घंटों में दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी मध्य प्रदेश और उत्तरी कोंकण और गोवा में कुछ हिस्सों पर हल्की से मध्यम बौछारें गिरने की संभावना है।
भारतीय मौसम विभाग ने मछुआरों को मध्य और उत्तर अरब सागर में नहीं उतरने की चेतावनी दी है। साथ ही कहा है कि सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय जिलों में अगले 24 घंटे में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की भी संभावना है।
हैदराबाद में इस सप्ताह की शुरुआत में शहर के कई हिस्सों में भारी बाढ़-बारिश से मची तबाही के बाद शनिवार को फिर से महानगर के कई इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई और जलजमाव के कारण यातायात बाधित हो गया। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को सुबह 8.30 बजे से रात 10 बजे तक मेडचल मल्काजगिरी जिले के सिंगापुर टाउनशिप में 157.3 मिमी और शहर के उप्पल के पास बांदलागुड़ा में 153 मिमी बारिश हुई। शहर के कई अन्य इलाकों में भी भारी बारिश हुई। जीएचएमसी के निगरानी एवं आपदा प्रबंधन निदेशक विश्वजीत कामपति के एक ट्वीट के अनुसार ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के आपदा प्रतिक्रिया बल (डीआरएफ) के कर्मी लगातार जलजमाव और बाढ़ मे बचाव कार्य कर रहे हैं। मौसम विभाग ने रविवार को शहर के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
तेलंगाना में भारी बारिश और बाढ़ के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है और ऐसे समय में राज्य पुलिस ने लोगों की निस्वार्थ सेवा कर दिल जीत लिया है। शहर के पुलिस कांस्टेबल वीरेंद्र ने बाढ़-बारिश के कारण मुसीबत में फंसे 25 लोगों को बचाने के लिए कई मुश्किलों का सामना किया और पुलिस की कर्तव्यनिष्ठता की एक उत्कृष्ट छवि प्रस्तुत की। जब शहर के लोग बाढ़ में घिरे थे तब पुलिस ने ही सबसे पहले बाधित यातायात से लेकर बाढ़ में फंसे लोगों को भोजन मुहैया कराने और उन्हें सुरक्षित निकालने तक का काम किया। पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश में हैदराबाद में 11 सहित राज्य में कुल 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई और हजारों लोगों का जीवन प्रभावित हो गया।
भीषण बारिश से हैदराबाद के बड़े हिस्से में बाढ़ आ गई और कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई। हजारों करोड़ों का नुकसान हो गया। शहर के कई इलाकों में शनिवार शाम भारी बारिश हुई, जिससे ट्रैफिक जाम और जल जमाव की स्थिति पैदा हो गई। शहर में 150 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है। मंगलवार को 190 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में सड़कों लबालब पानी भरा देखा गया और कई वाहन बहते हुए नजर आए।