Road Transport and Highways Minister Nitin Gadkari: केंद्रीय बजट से कुछ दिन पहले सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी रोजगार को लेकर बड़ा बयान दिया है। गडकरी ने कहा कि भारत को विकास को बढ़ावा देने के लिए लचीली आर्थिक नीतियों और एक सामाजिक-आर्थिक मॉडल की आवश्यकता है जो रोजगार सृजन को बढ़ावा दे सके और असमानता को कम कर सके। वरिष्ठ भाजपा नेता लोकसत्ता के संपादक गिरीश कुबेर द्वारा लिखित मराठी पुस्तक “मेड इन चाइना” के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे।

गडकरी ने कहा कि चीन में स्थिति बहुत तेजी से बदल रही है और कई देश कोविड-19 महामारी के बाद उसके साथ व्यापार करने के लिए बहुत उत्सुक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश मंदी जैसी स्थिति देख रहा है और वहां कई कंपनियां बंद हो रही हैं। उन्होंने कहा कि एक चीज जो हम चीन से सीख सकते हैं वह यह है कि समाजवादी, साम्यवादी या पूंजीवादी बनने से पहले, “हमें एक ऐसी अर्थव्यवस्था बनना चाहिए जो रोजगार पैदा कर सके, गरीबी को दूर कर सके और समाज में आर्थिक और सामाजिक असमानता को कम कर सके।

भाजपा अध्यक्ष रहते हुए चीनी राष्ट्रपति से हुई मुलाकात को याद करते हुए गडकरी ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति ने उनसे कहा था कि चीनी अपने देश के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और विचारधारा से परे कुछ भी करने को तैयार हैं।

उन्होंने कहा, “हमें गरीबी दूर करने, पूंजी निवेश आकर्षित करने और उससे रोजगार पैदा करने, निर्यात बढ़ाने के लिए अपनी आर्थिक नीतियों में बड़े पैमाने पर लचीलापन लाने की जरूरत है…(हमें) कृषि, ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।”

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर ग्रामीण और आदिवासी आबादी के लोग गरीब रहेंगे, बिना रोजगार के रहेंगे और उनकी प्रति व्यक्ति आय कम रहेगी तो ‘आत्मनिर्भर भारत’ नहीं बनाया जा सकता।

उन्होंने कहा कि चीन तकनीक में काफी आगे है और उससे प्रतिस्पर्धा करने के लिए भारत को गुणवत्ता और लागत प्रभावी उत्पादन पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि भारत में अपने पड़ोसी से प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता है।

उन्होंने कहा कि भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र अब अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में तीसरे स्थान पर है। गडकरी ने बताया कि मर्सिडीज के चेयरमैन ने हाल ही में पुणे में उनसे मुलाकात की और उन्हें बताया कि उनकी कंपनी भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बनाने की योजना बना रही है।