Wayanad Landslides: केरल के वायनाड में तेज बारिश के बाद लैंडस्लाइड में मरने वालों की संख्या 174 हो गई हैं। 196 लोग घायल हैं, जबकि 200 से ज्यादा लापता होने की रिपोर्ट लिखाई गई है। लैंडस्लाइड सोमवार देर रात 2 बजे और 4 बजे के करीब मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में हुई थीं। इनमें घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां बह गईं।
आर्मी, एयरफोर्स, NDRF, SDRF, पुलिस और डॉग स्क्वॉड की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। देर रात तक 1 हजार लोगों का रेस्क्यू किया गया, 3 हजार लोगों को रिहैब सेंटर में भेजा गया है। मौसम विभाग ने वायनाड के अलावा मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे रेस्क्यू ऑपरेशन में आज परेशानी हो सकती है।
वायनाड भूस्खलन के बाद और बचाव कार्यों पर केरल के मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु ने कहा, “…आज, बचावकर्मियों की एक बड़ी टुकड़ी जीवित बचे लोगों और शवों की तलाश के लिए मुंडक्कई और ऊपरी क्षेत्रों में जा रही है। नीचे की ओर पाए जाने वाले शवों की पहचान करना मुश्किल होगा क्योंकि वे क्षत-विक्षत हैं।
उन्होंने कहा कि फिलहाल, हमारे पास भारतीय सेना, डीएससी केंद्र, प्रादेशिक सेना, एनडीआरएफ, भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना से 1200 बचावकर्मी हैं जो उड़ान भर रहे हैं। बचाव दलों ने बताया कि सबसे बड़ी चुनौती यह है कि मुंडक्कई का गांव भूस्खलन के कारण गिरे विशाल पत्थरों और पेड़ों के कारण समतल हो गया है। उनके सामने जो समस्या है वह ढह चुके घरों को काटना है और इसके लिए उन्हें भारी उपकरणों की आवश्यकता है।
फिलहाल, हम नदी के पार भारी उपकरण ले जाने में सक्षम नहीं हैं। हमें उम्मीद है कि भारतीय सेना द्वारा बनाया जा रहा बेली ब्रिज कल तक पूरा हो जाएगा। ऐसी संभावना है कि शव मिट्टी के नीचे दबे हों। कल, हम मुंदक्कई में पाए गए सभी घायलों को निकालने में कामयाब रहे। इस समय, हम सभी सरकारी एजेंसियों द्वारा दी गई सहायता से खुश हैं। आज, सीएम की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक में, एनडीएमए ने बताया कि वे ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार की मांग करने की स्थिति में हो सकते हैं जिन्हें ड्रोन पर लगाया जा सकता है।”
23 जुलाई को सरकार ने पूर्व चेतावनी दी थी- अमित शाह
राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं…मैं देश के लिए कुछ स्पष्ट करना चाहता हूं…वे पूर्व चेतावनी की बात करते रहे हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि 23 जुलाई को भारत सरकार ने केरल सरकार को पूर्व चेतावनी दी थी-घटना से 7 दिन पहले और फिर 24 और 25 जुलाई को भी पूर्व चेतावनी दी गई। 26 जुलाई को चेतावनी दी गई कि 20 सेमी. से अधिक भारी वर्षा की संभावना है और भूस्खलन की संभावना है, मिट्टी का बहाव हो सकता है और इसमें लोगों की जान जा सकती है। भारत सरकार की पूर्व चेतावनी प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं…सरकार ने 2014 के बाद पूर्व चेतावनी प्रणाली के लिए 2000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं…”
वायनाड भूस्खलन पर कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, “वायनाड त्रासदी के बारे में कहने के लिए एक शब्द भी नहीं है। बहुत सारे शव बरामद हुए हैं और बहुत से लोग लापता हैं… हमें इस प्रकार की आपदाओं को रोकने के लिए दीर्घकालिक और अल्पकालिक रणनीतियों की आवश्यकता है…” RJD सांसद मनोज झा ने कहा, “इस तरह के हादसे सीख भी देते हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार को बेहतर समन्वय के साथ युद्ध स्तर पर बचाव और राहत अभियान चलाना चाहिए…”
आर्मी ने दो रिसॉर्ट से 19 टूरिस्ट को बचाया
आर्मी ने मुंडक्कई गांव के बाहर स्थित इला रिसॉर्ट और वाना रानी रिसॉर्ट में फंसे 19 टूरिस्ट को बुधवार को निकाला। ये घटना के बाद से यहीं फंसे हुए थे। डिफेंस PRO के मुताबिक, 122 इन्फैंट्री बटालियन (TA) मद्रास के जवानों ने रस्सियों के सहारे सभी नागरिकों को चूरलमाला तक सुरक्षित निकालने के लिए एक मानव पुल बनाया।
स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी, यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं टलीं
हादसे के बाद राज्य में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। 12 जिलों में 30 जुलाई को स्कूल-कॉलेज में छुट्टी घोषित कर दी गई। केरल यूनिवर्सिटी ने 30 और 31 जुलाई को होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। नई तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा।
वायनाड जा रहीं हेल्थ मिनिस्टर एक्सीडेंट में घायल
लैंडस्लाइड की घटना का जायजा लेने वायनाड जा रहीं केरल की हेल्थ मिनिस्टर वीना जॉर्ज बुधवार (31 जुलाई) को सुबह करीब साढ़े 7 बजे एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गईं। उन्हें मलप्पुरम स्थित मंजेरी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घटना एक स्कूटर सवार को बचाने के चलते हुई।
राहुल और प्रियंका गांधी ने वायनाड दौरा रद्द किया
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने खराब मौसम और सुरक्षा कारणों से वायनाड दौरा रद्द कर दिया है। राहुल ने आज कांग्रेस सांसदों के साथ संसद के सेंट्रल हॉल में वायनाड में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति दो मिनट का मौन रखा।