राजस्थान के बीजेपी विधायक जोगेश्वर गर्ग ने वेंटीलेटकर की खराबी को लेकर सरकार पर जोरदार हमला बोला है। जालौर के विधायक ने कहा- मेरी सारी समझ और ताकत काम में लेकर थक गया। नतीजा शून्य। कलेक्टर दफ्तर के बाहर खड़े होकर आत्मदाह करना बाकी रह गया है। आप कहो तो वो भी कर दूंगा पर सरकार गारंटी ले कि उसके बाद ये खराब वेंटीलेटर चालू हो जाएंगे।
जोगेश्वर गर्ग ने वेंटीलेटकर की खराबी को लेकर कहा कि जालौर के अस्पताल में 13 वेंटीलेटर रखे हैं। इनमें से 10 पीएम केयर्स फंड से आए थे। जबकि 3 भामाशाह योजना के जरिए खरीदे गए। उन्होंने सीएम के साथ सारे अधिकारियों से गुहार लगा ली है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पा रहा। उनका कहना है कि पूरे राजस्थान में 15 सौ से ज्यादा वेंटीलेटर इसी हाल में हैं। लेकिन अशोक गहलोत सरकार उन्हें चालू करने को लेकर कोई कदम नहीं उठा रही है।
उनका कहना है कि अभी तक सरकार ने एमएलए फंड में कोई पैसा जारी नहीं किया है। ऑक्सिजन की व्यवस्था के लिए उन्होंने अपने विधायक फंड से तकरीबन 35 लाख रुपये की मदद की है। उनका कहना है कि राज्य सरकार केवल वाहवाही लूटने का काम कर रही है, लेकिन लोगों की मदद के लिए सार्थक कदम नहीं उठा रही है।
विधायक को इस कमेंट के लिए यूजर्स ने जमकर ट्रोल भी किया। काकुली डी हैंडल से लिखा गया- जनता को बेकूफ समझ रहा है BJP नेता। किसको धमकी दे रहा आत्महत्या करने कि .? मरने वाला मीडिया के सामने बकबास नही करता। कौन रोक रहा है मरने के लिए। तेजराम ठाकुर ने लिखा- यही है आत्मनिर्भर भारत मोदी सरकार जुमले बाज सरकार।
महेंद्र कुमार ने लिखा- अगर सरकार देश नही चला सकती तो प्रधान मंत्री पद का इस्तीफा दे देना चाहिए। राउडी राठौर के हैंडल से लिखा् गया-भगवान की कृपा से अंध भक्त भी होश में आ गए हैं। आधुनिक भारत शर्मनाक। सुरेश कुमार ने लिखा- मरने वाला मीडिया मे हल्ला नही करता है, जनता का कार्य होगा। जनता को जुमला बाजी दे रहे है। दिनेश पटेल ने लिखा- खुद का स्वार्थ के लिए राजनीति कर रहे हैं।
धीरेंद्र डी ने कहा- आत्मदाह की क्या जरूरत है? गोमूत्र और गोबर की कमी हो गई क्या? गाय तो सांस में छोड़ती भी ऑक्सिजन ही है। समय से भाभीजी पापड़ खाने को कहा सबको। एक अन्य यूजर ने लिखा- बहुत बढ़िया नाटक है बीजेपी जुमला पार्टी।
गौरतलब है कि कोरोना काल में जनता को हो रही तकलीफों पर बीजेपी का नेतृत्व भले की संवेदनहीनता दिखा रहा हो, लेकिन उसके नुमाइंदे जमीनी हकीकत को समझ रहे हैं। यूपी में एक के बाद एक करके केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार समेत कई दिग्गज नेतृत्व के प्रति अपनी नाराजगी का इजहार सावर्जनिक मंचों पर कर चुके हैं।