Varanasi Lok Sabha Seat: धर्म और आध्यात्म की राजधानी मानी जाने वाली वाराणसी का संसदीय क्षेत्र 2014 के बाद से ही पूरी तरह से राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बिंदु बना हुआ है। इस सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तीसरी बार मैदान में हैं। इस सीट पर अब तक 17 बार लोकसभा के इलेक्शन हुए हैं। लेकिन अब तक एक बार भी ऐसा नहीं हुआ है जब यह सीट सपा या बसपा के खाते में गई हो। इस सीट पर सबसे ज्यादा कांग्रेस और बीजेपी के ही उम्मीदवार जीते हैं।

वाराणसी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार पीएम मोदी को ही चुनावी दंगल में उतारा है। पीएम मोदी 13 मई को नामांकन दाखिल कर सकते हैं। सूबे में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन है और ये सीट कांग्रेस पार्टी के खाते में गई है। कांग्रेस ने इस सीट से अजय राय को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने अतहर जमाल लारी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

पीएम मोदी ने साल 2019 में जीत दर्ज की

वाराणसी यूपी की 80 लोकसभा सीटों में सबसे महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है। साल 2019 में जब लोकसभा इलेक्शन हुए थे तो सभी की निगाहें इसी सीट पर टिकी हुईं थी। यहां से बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी की किस्मत दांव पर लगी हुई थी। पीएम मोदी के खिलाफ सपा-बसपा गठबंधन ने बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर को चुनावी दंगल में उतारा। वहीं, कांग्रेस पार्टी की तरफ से मैदान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मैदान में थे। लोकसभा इलेक्शन 2019 में पीएम मोदी ने भारी मतों से जीत हासिल की थी।

2014 में भी जीते पीएम मोदी

अब अगर बात साल 2014 के लोकसभा चुनाव की करें तो इस सीट से बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को उम्मीदवार बनाया था। वहीं, उनको चुनौती देने के लिए आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल मैदान में थे। इस चुनाव में पीएम मोदी को 581022 वोट मिले थे। वहीं, दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को 209238 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था। इस तरह से पीएम मोदी ने ये चुनाव 371784 मतों से जीत लिया था।

सपा और बसपा के खाते में नहीं आई एक भी जीत

अब तक 17 लोकसभा चुनावों की बात की जाए तो वाराणसी लोकसभा सीट से 7 बार कांग्रेस पार्टी और 7 बार भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। इसके अलावा यहां से एक-एक बार जनता दल और सीपीएम उम्मीदवार को भी जीत नसीब हुई है। वहीं, भारतीय लोकदल ने भी इस सीट पर एक बार जीत हासिल की है। वहीं, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी अभी तक इस सीट से अपना खाता तक नहीं खोल सके हैं।

वाराणसी लोकसभा सीट का जातीय समीकरण

वाराणसी लोकसभा सीट के जातीय समीकरण की बात की जाए तो यहां पर गैर यादव ओबीसी कुर्मी जाति की संख्या काफी ज्यादा है। संसदीय क्षेत्र के रोहनिया और सेवापुरी में सब्से ज्यादा कुर्मी वोटर हैं। इसके अलावा ब्राह्मण और भूमिहार भी संख्या भी काफी अच्छी खासी है। यहां 3 लाख से ज्यादा ओबीसी समुदाय के वोटर हैं। इसमे से 2 लाख से ज्यादा कुर्मी वोटर हैं। 2 लाख के करीब वैश्य, डेढ़ लाख भूमिहार के अलावा एक लाख से ज्यादा यादव वोटर है। वाराणसी में 3 लाख से ज्यादा मुस्लिम वोटरों की संख्या है।