भारतीय मूल के एक प्रभावशाली अमेरिकी सांसद ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की लोकसभा से अयोग्यता गांधीवादी दर्शन के साथ ‘गहरा विश्वासघात’ है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को शुक्रवार को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। सूरत की एक अदालत ने उन्हें मानहानि के मामले में दोषी ठहराया था।
भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना (Indian-American Congressman Ro Khanna) ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, “संसद से राहुल गांधी का निष्कासन गांधीवादी दर्शन और भारत के गहरे मूल्यों के साथ गहरा विश्वासघात है। यह वह नहीं है जिसके लिए मेरे दादाजी ने जेल में वर्षों की कुर्बानी दी थी।” खन्ना अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में सिलिकॉन वैली का प्रतिनिधित्व करते हैं।
रो खन्ना, जो भारत और भारतीय-अमेरिकियों पर Congressional Caucus के सह-अध्यक्ष हैं, उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग की है। रो खन्ना ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “आपके पास भारतीय लोकतंत्र की खातिर इस फैसले को पलटने की शक्ति है।”
बता दें कि संसद से अयोग्यता के बाद चार बार के सांसद 52 वर्षीय राहुल गांधी आठ साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे, जब तक कि कोई उच्च न्यायालय उनकी सजा पर रोक नहीं लगाता। इस बीच इंडियन ओवरसीज कांग्रेस यूएसए के उपाध्यक्ष जॉर्ज अब्राहम ने राहुल गांधी की अयोग्यता को भारत में लोकतंत्र के लिए एक दुखद दिन करार दिया।
जॉर्ज अब्राहम ने कहा, “यह भारत में लोकतंत्र के लिए एक दुखद दिन है। राहुल गांधी को अयोग्य ठहराकर, मोदी सरकार हर जगह भारतीयों के स्वतंत्र भाषण और स्वतंत्रता के अधिकार के लिए मौत की घंटी बजा रही है।” उन्होंने कहा, “एक राजनीतिक अभियान में एक टिप्पणी के खिलाफ एक तुच्छ मामला अदालत में लाना शर्मनाक है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संबंध में संविधान की भावना के अनुरूप नहीं है।”
सूरत की अदालत ने मोदी सरनेम टिप्पणी मामले में राहुल गांधी को दोषी ठहराया है। राहुल को दो साल की सजा हुई है। हालांकि उन्हें कोर्ट से जमानत भी मिल गई लेकिन लोकसभा से उनकी सदस्यता चली गई।
