यूपी सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा ने विपक्षी पार्टियों और पूर्व की सरकारों पर हमला बोला है। न्यूज चैनल ‘न्यूज24’ से बातचीत में उन्होंने कहा है कि 2014 में पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में बीजेपी की सरकार बनी और 2017 में योगीजी के नेतृत्व में प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी। इससे पहले जितने भी धार्मिक स्थान थे, उन स्थानों पर जाना तो बहुत दूर की बात है, पूर्व की सरकार के लोग इन जगहों का नाम भी नहीं लेते थे। उन सरकारों को लगता था कि इससे उनका वोट बैंक खिसक जाएगा।

उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा का पूरे विश्व में झंडा बुलंद करने का काम पीएम मोदी ने किया है। यूपी में 2017 से पहले कोई कार्यक्रम अयोध्या, काशी और मथुरा में नहीं होता था, लेकिन आज भव्यता के साथ ये होता है।

उन्होंने कहा कि अयोध्या में हम दीपोत्सव का कार्यक्रम करते हैं। मथुरा के अंदर होली का बड़ा कार्यक्रम होता है। भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव का कार्यक्रम यहां होता है। काशी में देव दीपावली होती है। व्रज में हुनर हाट का भी कार्यक्रम होता है, जिसमें चारों तरफ से लोग आते हैं।

न्यूज24 के रिपोर्टर ने जब मंत्री से पूछा कि लोग पूछते हैं कि अयोध्या झांकी है और मथुरा-काशी बाकी है। इस तरह के नारे जब लगते हैं तो इसके मायने बीएसपी और समाजवादी पार्टी पूछती है।

इस पर श्रीकांत शर्मा ने कहा कि उनके अंदर द्वेष की भावना है, जब ये लोग सरकार में रहते हैं तो माफियाओं को तवज्जो देते हैं, अपने निजी स्वार्थों की भरपाई करते हैं। जब सरकार से बेदखल हो जाते हैं, तो जिन्ना को लेकर बीच में आ जाते हैं।

उन्होंने कहा कि ये लोग जब सत्ता में रहते हैं तो इनको विकास की एबीसीडी भी नहीं आती और प्रदेश की जनता को राम भरोसे छोड़ देते हैं। पहले बिजली केवल कुछ जगहों पर ही दी जाती थी लेकिन आज समान रूप से हर जगह दी जाती है। हमारा काम है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास।