2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी और 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की जीत में बड़ी भूमिका निभा चुके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को लखनऊ में पहली बार कांग्रेस के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के नेताओं से कहा कि उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी को टारगेट करना चाहिए। प्रशांत किशोर ने कहा कि वह सिर्फ कांग्रेस की सीटें बढ़वाने के लिए नहीं आए हैं बल्कि वह अगले साल राज्य में कांग्रेस की सरकार बनवाने में मदद करना चाहते हैं।
प्रशांत किशोर के साथ कुछ दिनों पहले कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में भी मुलाकात कर चुके हैं। इन दोनों बैठकों में फर्क यह रहा है कि पिछली बार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेताओं को सिर्फ सुना था, लेकिन इस बार उन्होंने पार्टी नेताओं को टारगेट और टिप्स देने के साथ सवाल भी पूछे। उन्होंने यूपी कांग्रेस के नेताओं से कहा कि वे 2017 के चुनाव में जीत भरोसे के साथ उतरें। इतना ही नहीं, प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेताओं को 12 पेज का फीडबैक फॉर्म भी दिया है, जिसे मार्च के अंत तक उन्हें वापस देना है। इस फॉर्म में जिला औ शहर की यूनिटों के विचार पूछे जाने के साथ तीन कारण पूछे गए हैं, जिनकी वजह से बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा हुआ। इसके अलावा प्रशांत ने कांग्रेस नेताओं से हर विधानसभा क्षेत्र में 20 ऐसे कर्मठ कार्यकर्ताओं की पहचान करने को भी कहा है, जो बिना किसी शर्त के अगले छह महीने दिन-रात काम करने को तैयार हों।
बैठक के दौरान प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि वह अप्रैल से उत्तर प्रदेश के हर जिले का दौरान करना शुरू कर देंगे। इस दौरान उनके AICC के जनरल सेक्रेटरी मधुसुदन मिस्त्री भी उनके साथ होंगे, जिनके साथ मिलकर वह हर क्षेत्र के लिए अलग रणनीति बनाएंगे। पार्टी के एक नेता ने बताया कि प्रशांत किशोर ने उन्हें पूरे आत्मविश्वास के साथ बीजेपी के खिलाफ चुनाव में उतरने के लिए कहा है।
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