उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि जिन जिलों में 600 से कम एक्टिव केस हैं, वहां कोरोना नियमों में 1 जून से ढील दी जाएगी। ऐसे जिलों में बाजार सुबह 7 से शाम को 7 बजे तक खोले जा सकेंगे। वहीं 20 उन जिलों को कोई राहत नहीं मिलेगी जहां 600 से ज्यादा एक्टिव केस हैं। लखनऊ और गाजियाबाद में केसों की तादाद फिलहाल 600 से ज्यादा है, इसीलिए वहां लॉकडाउन में छूट नहीं मिलने जा रही।

सरकार ने अपने नोटिफिकेशन में कहा है कि वीकेंड कर्फ्यू फिलहाल सभी जगहों पर जारी रहेगा। इस दौरान सेनिटाइजेशन का काम किया जाएगा। ये प्रक्रिया गांवों के साथ शहरों में भी जारी रहेगी। सरकार का कहना है कि जिन जगहों पर नियमों में ढील दी जा रही है वहां दुकानदारों के साथ वहां काम करने वाले स्टाफ और कस्टमर को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। अगर कोई नियमों की अवहेलना करता दिखा तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सब्जियों व फल की मार्केट को खोलने का आदेश सरकार ने दिया है लेकिन प्रशासन को ये सुनिश्चित करना होगा कि जो बाजार सघन इलाके में लग रहे हैं, वो खुली जगहों पर लगाए जाएं। जो सरकारी महकमे फ्रंटलाइन पर काम कर रहे हैं वो अपनी पूरी क्षमता से काम करेंगे लेकिन बाकी के विभाग 50 फीसदी की क्षमता से चलेंगे। निजी संस्थानों को कहा गया है कि वो नियमों के तहत काम करें। ऐसी कंपनियां वर्क फ्रॉम होम को ज्यादा तरजीह दें। संस्थान अपने यहां कोविड हेल्प डेस्क का गठन भी अनिवार्य रूप से करें।

सरकारी बसें जितनी सीट उतने यात्री की तर्ज पर चलेंगी। लेकिन स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान पहले की तरह बंद रहेंगे। हाइवे पर बने ढाबे नियमों के तहत काम कर सकेंगे। 600 से कम एक्टिव केस वाले जिलों में धार्मिक स्थल खोलने की आजादी होगी पर एक बार में पांच से ज्यादा लोगों का प्रवेश वर्जित होगा। शादियों में केवल 25 लोगों को शरीक होने की अनुमति होगी।

नोटिफिकेशन में कहा गया है कि अगर किसी जिले में एक्टिव केसों की तादाद 600 से कम होती है तो वहां पर भी ये रियायतें मिलने लगेंगी। यूपी में फिलहाल जिन जिलों में 600 से ज्यादा सक्रिय मामले हैं उनमें मेरठ, लखनऊ, गाजियाबाद, वाराणसी, सहारनपुर, गोरखपुर, मुजफ्फरनगर, बरेली. नोएडा, बुलंदशहर, झांसी, प्रयागराज, लखीमपुर खीरी, सोनभद्रा, जौनपुर, बागपत, मुरादाबाद, गाजीपुर, बिजनौक व देवरिया शामिल हैं। बीते 24 घंटों में यूपी में 1908 नए केस मिले हैं। फिलहाल एक्टिव कोरोना मरीजों का आंकड़ा 41 हजार के पार हो गया है।