उत्‍तर प्रदेश में 2017 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी को जिला पंचायत चुनावों में करार झटका लगा है। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में 36 सीटों के वोटिंग हुई, जिसमें अधिकतर सीटों पर सपा ने परचम लहराया है। 38 सीटों पर सपा निर्विरोध जीत दर्ज कर चुकी है। अब 74 जिला पंचायतों में सपा ने 60 पर काबिज हो चुकी है। सबसे ज्‍यादा चिंता की बात यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी सपा ने जीत दर्ज की है। वहीं, सुल्‍तानपुर के बाहुबली नेता और बीजेपी सांसद वरुण गांधी के प्रतिनिधि यशभद्र सिंह उर्फ सोनू को भी करारी हार झेलनी पड़ी है।

आपको बता दें कि यूपी में कुल 74 सीटों पर जिलापंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए। इसमें 60 सीटों पर सपा का कब्जा हो गया है। 38 जिलों के जिला पंचायत अध्यक्ष पहले ही निर्विरोध चुन लिए गए थे, जिनमें 23 महिलाएं हैं। बीजेपी को पांच, बसपा को चार, कांग्रेस और रालोद का एक-एक प्रत्याशी जीता है। समाजवादी पार्टी से बगावत करने वाले राम पाल यादव के बेटे जितेंद्र यादव ने सीतापुर सीट से सीमा गुप्‍ता को हरा दिया है। वहीं, रुची वीरा के पति उदयन वीरा ने सपा नेता की पत्नी नीलम पारस को बि‍जनौर सीट पर करारी शिकस्‍त दी है। इसी प्रकार से उन्‍नाव का परिणाम भी चौंकाने वाला रहा, जहां पर ज्योति रावत और संगीता सेंगर के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। उन्‍नाव में दोनों ही पक्षों को 26-26 वोट मिले। अब दोनों के बीच हार-जीत का फैसला लकी ड्रा द्वारा होगा।

पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी बाजी सपा के ही हाथ लगी। वाराणसी सीट पर सपा नेता अपराजिता ने बीजेपी प्रत्याशी अमित कुमार सोनकर को हराया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी रायबरेली में किला बचाने में कामयाब रही हैं, जबकि सीतापुर में सपा के बागी प्रत्याशी के बेटे को जीत हासिल हुई है। बिजनौर और सीतापुर में बागी सपा प्रत्याशियों को जीत हासिल हुई है। शाहजहांपुर से जीतने वाले बीजेपी प्रत्याशी अजय प्रताप सिंह सबसे कम उम्र के जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। उनकी उम्र सिर्फ 26 साल है। इलाहाबाद में रेखा सिंह जिला पंचायत अध्‍यक्ष चुनी गई हैं।

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