उत्तर प्रदेश के आगरा में रविवार को स्वतंत्रता दिवस पर एक मस्जिद में राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रगान गाने के आरोप में भाजपा के एक नेता को कथित तौर पर धमकी दी गई। भाजपा नेता और यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी को स्थानीय कांग्रेस नेता हाजी जमीलुद्दीन और आगरा के शहर मजदुल खुबैब रूमी ने धमकी दी थी।
दोनों ने आगरा की जामा मस्जिद में तिरंगा फहराने और राष्ट्रगान गाने को ‘हराम’ बताया और आपत्ति जताई और दावा किया कि यह अल्लाह के कहर को बुलावा देगा। जमीलुद्दीन ने कहा कि अगर वह मस्जिद जैसे धार्मिक स्थल का राजनीतिकरण करने की कोशिश करेंगे तो उत्तर प्रदेश का पूरा समुदाय सैफी के खिलाफ हो जाएगा। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी का कहना है कि उन्होंने प्रदेश सरकार के आदेश के मुताबिक, मदरसे पर तिरंगा फहराया है। जामा मस्जिद में मदरसा आलिया है। मुझे जामा मस्जिद के चेयरमैन ने तिरंगा फहराने के लिए आमंत्रित किया था। वहां के बच्चों ने जन गण मन गया और वंदे मातरम भी बोला।
उन्होंने शहर के मुफ्ती और कांग्रेस के नेता के बयानों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि लोग इबादत छोड़कर सियासत करने में जुटे हैं। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व प्रमुख वसीम रिजवी ने कहा, “अगर हमारा तिरंगा अपनी ही जमीन पर नहीं फहराया जा सकता है तो ये कट्टरपंथी और मौलवी जाकिर नाइक की तरह इस देश को अपनी मस्जिदों के साथ छोड़ दें।” ब्रिटिश शासन से आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में रविवार को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया गया।
पूरे देश में देशभक्ति के जोश की लहर दौड़ गई क्योंकि इस महत्वपूर्ण अवसर को चिह्नित करने के लिए केंद्र के विभिन्न मंत्रालयों, विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों, सशस्त्र बलों और आम जनता द्वारा देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से ऐतिहासिक 75 वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने में देश का नेतृत्व किया। पीएम ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और पारंपरिक रूप से राष्ट्र को संबोधित किया।
अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि जब हम भारत की आजादी के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएं तो हम एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के अपने लक्ष्य को पूरा करें।”