उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है। सोमवार को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। चारों तरफ चर्चा हो रही है कि अयोध्या में राम मंदिर बनने से अयोध्या और आसपास के जिलों की आर्थिक स्थिति में भी बदलाव होगा। अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या राम मंदिर बनने के बाद यूपी उत्तम प्रदेश बन पाएगा?

अयोध्या में राम मंदिर बनने से टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में काफी नई नौकरियां आएंगी। माना जा रहा है कि 20 हजार नौकरियां इन तीनों सेक्टर में आयेंगी।

रैंडस्टैड इंडिया के मुख्य कमर्शियल अधिकारी यशब गिरी ने कहा, “अयोध्या अगले कुछ वर्षों में अनुमानित 3-4 लाख डेली टूरिस्ट आयेंगे और यह एक ग्लोबल पर्यटन केंद्र में बदलेगा। रैंडस्टैड को उम्मीद है कि हर साल संख्या बढ़ने के साथ 20,000-25,000 स्थायी और अस्थायी नौकरियां पैदा होंगी।”

टीमलीज के उपाध्यक्ष बालासुब्रमण्यम ने कहा, “पिछले छह महीनों में हॉस्पिटैलिटी, यात्रा और पर्यटन से संबंधित विभिन्न भूमिकाओं में कम से कम 10,000 नौकरियां और लगभग 20,000 पद नए आये हैं। इनमे होटल कर्मचारी, रसोइया, सर्वर, ड्राइवर आदि शामिल हैं।”

हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र के कई अधिकारियों के अनुसार रेस्टोरेंट और होटल कर्मचारियों, लॉजिस्टिक्स प्रबंधकों, ड्राइवरों आदि जैसे क्षेत्रों में हजारों नौकरियां इस साल के अंत या 2025 की पहली छमाही में आयेंगी। न सिर्फ अयोध्या बल्कि पड़ोसी शहरों जैसे लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर आदि जगहों पर भी होटल कंपनियां और रेस्टोरेंट मालिक इस बात पर कड़ी नजर रख रहे हैं कि मांग और आपूर्ति की स्थिति कैसी रहती है।

यहां पढ़िए अयोध्या की पूरी कवरेज

एक अनुमान के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद पहले सप्ताह में 300,000 से 700,000 लोगों के आने की संभावना है। विशेषज्ञों ने कहा कि अगर आने वाले वर्षों में हर दिन 2-3 लाख लोग अयोध्या मंदिर में आते हैं, तो इसका मतलब है कि भक्तों के रहने और भोजन को पूरा करने के लिए अधिक लोगों की आवश्यकता होगी।

एक अनुमान के अनुसार हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में हर 100 ग्राहक पर 1 से 2 स्टाफ की जरूरत होती है। ऐसे में अगर 7 लाख लोग रोजाना अयोध्या आएंगे, तो आप समझ सकते हैं कितने मैनपॉवर की जरूरत होगी।