हैदराबाद प्रकरण पर देश का गुस्सा शांत होता, उससे पहले ही ऐसा ही एक और मामला उत्तर प्रदेश में सामने आ गया। गुरुवार सुबह कानपुर से सटे उन्नाव जिले में महिला के कथित तौर पर रेप के बाद पांच आरोपियों ने उसे आग के हवाले कर दिया। लपटों से झुलसते हुए पीड़िता मदद के लिए लगभग एक किलोमीटर तक पैदल दौड़ती चली गई थी। इस बात का दावा स्थानीय न्यूज चैनल से चश्मदीद ने किया। हालांकि, ताजा मामले में पीड़िता फिलहाल जिंदगी से जंग लड़ रही है। और, उसका 90 फीसदी से अधिक शरीर जल चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स में चश्मदीद के हवाले से कहा गया, “जलने के बाद पीड़िता मदद के लिए रोते-चीखते भाग रही थी। मैं उसकी हालत देखकर डर गया था, क्योंकि वह बुरी तरह जल चुकी थी। शुरुआत में मुझे वह किसी शैतानी साए जैसा लगी थी, लिहाजा घबराहट के मारे मैंने उसे देखकर पास में पड़ा डंडा भी उठा लिया था। हालांकि, इस सब के कुछ देर बाद पुलिस वहां आई और उसे अस्पताल ले गई।”
इसी बीच, शाम को पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए एयर एंब्युलेंस के जरिए लखनऊ से दिल्ली लाया गया। समाचार एजेंसी PTI-Bhasha के अनुसार, वारदात के बाद पीड़िता को 90 फीसदी जली हुई अवस्था में लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इससे पहले, यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया था, ”पीड़िता की हालत गंभीर है। उसे दिल्ली स्थित एक अस्पताल भेजने की तैयारी है। लखनऊ के आयुक्त को एयर एंबुलेंस की व्यवस्था करने को कहा गया है। अगर मौसम ठीक रहा और एयर एंबुलेंस की व्यवस्था हुई तो उसे आज ही दिल्ली भेज दिया जायेगा। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जलने से बने जख्म के इलाज की बेहतरीन सुविधा है।”
बता दें कि पीड़िता ने दो युवकों पर 12 दिसंबर 2018 को रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। वह इसी मुकदमे की पैरवी के सिलसिले में रायबरेली रवाना होने के लिए सुबह करीब चार बजे रेलवे स्टेशन जा रही थी। अचानक रास्ते में उन्हीं दोनों युवकों ने अपने साथियों की मदद से उस पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी। पुलिस ने इस केस में सभी पांचों आरोपी हिरासत में ले लिए हैं। ताजा मामले में पीड़िता के परिजन ने CBI से मामले की जांच की मांग की गई है।