दिल्ली चुनाव से ठीक पहले राजधानी में अलग-अलग दलों के नेता पार्टी लाइन को दरकिनार कर एक साथ लंच करते, ठहाके लगाते और बात करते दिखे। सियासी विरोध यहां नदारद दिखा। यह केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल की ओर से आयोजित वार्षिक लंच का अवसर था। दोनों नेता हर साल यह आयोजन करते हैं। हालांकि इस बार अक्सर दिखने वाले कई नेता नहीं दिखे।
इस पंजाबी तड़के के आयोजन में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, रविशंकर प्रसाद, एस जयशंकर, सुब्रमण्यम स्वामी, शिवसेना के संजय राउत, कांग्रेस के शशि थरूर, राजीव शुक्ला, हंसराज हंस के अलावा राज्यवर्धन राठौर, सुप्रिया सूले, किरण खेर, हेमा मालिनी, कनिमोझी, अनुप्रिया पटेल समेत कई बड़े नेता शामिल रहे। पिछले साल इसमें किरण रिजिजू भी थे, लेकिन इस साल वे नहीं आए। नेताओं की आपसी बातचीत और गर्मजोशी भरा मेलमिलाप देखने लायक था।
संसद और संसद के बाहर अक्सर राजनीतिक बयानबाजी करने और एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगाने वाले नेता यहां पर एक-दूसरे से ठहाके लगाकर बात कर रहे थे और साथ-साथ खाना खा रहे थे। कुछ नेता ट्रैक्टर पर बैठकर घूमे तो कुछ ढोल बजाते दिखे। यहां राजनीति को छोड़कर सभी तरह की बातचीत हो रही थी। इसको देखकर कोई नहीं कह सकता था कि ये वही नेता हैं, जो संसद और पार्टी की सभाओं में एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते हैं।
बीजेपी नेता किरण खेर ने कहा, “यह पंजाब का त्योहार मनाने जैसा है और मैं चंडीगढ़ गर्ल हूं। वास्तव में मेरा भाई सुखबीर सिंह बादल के साथ कालेज जाता था। मैं यहां वर्षों से आती रही हूं, इसलिए यह जगह मेरे लिए घर जैसा है।” इस दौरान सभी दलों के नेताओं ने एक-दूसरे के साथ अलग-अलग पोजों में तस्वीरें खिंचवाईं और कमेंट किए। भोज कार्यक्रम में राजनीति से दूर सभी ने बच्चों की तरह मनोरंजन किया।