भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ संबित पात्रा ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का विज्ञापन खर्च साल-दर-साल सिलसिलेवार ढंग से ट्वीट कर दिया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर पात्रा पर जमकर जवाबी हमले किए।
भाजपा के हैंडिल से हुए इस ट्वीट मे दावा किया गया है कि 2015-16 में विज्ञापन खर्च 81.23 करोड़ था और 2016-17 में 67.25 करोड़। 2017-18 में यह बढ़कर 117.76 करोड़ हो गया 2018-19 में और 45.54 करोड़। 2019-20 में यह बढ़कर 293 करोड़ हो गया और 2020-2021 में तो यह एक हजार करोड़ रुपए के लगभग जा पहुंचा।
This is Arvind Kejriwal’s advertising costs.
In 2015-16 – Rs 81.23 crore
In 2016-17 – Rs 67.25 crore
In 2017-18 – Rs 117.76 crore
In 2018-19 – Rs 45.54 crore
In 2019-20 – Rs 199.99 crore
In 2020-21 – Rs 293.16 crore
Nearly Rs 1,000 crore spent on advertisers.– Dr @sambitswaraj
— BJP (@BJP4India) May 10, 2021
संबित पात्रा ने यह ट्वीट किया था कि सोशल मीडिया यूजर्स प्रधानमंत्री मोदी की मन का बात और विदेश यात्रा पर कथित रूप से होने खर्च के आंकड़े लेकर उनके मजे लेने लगे। सोशल मीडिया यूजर्स आदित्य जामवाल ने ट्वीट किया कि आप हमको बंगाल चुनाव का खर्च ही बता दीजिए। वहीं सिद्धार्थ सेतिया ने जोड़गांठ की और तमाम फोटो और गणित के फार्मूले चिपका कर बताया कि प्रधानमंत्री की मन की बात में अब तक 622.5 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। प्रति एपिसोड 8.3 करोड़। कुल एपिसोड 75, इसलिए 8.3x75= 622.5 करोड़ रुपए।
इसके अलावा अमित कुमार नाम के एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं और विज्ञापनों 66 अरब रुपए खर्च हो चुके हैं।वहीं चंद्रशेखर ममदाबाद ने लिखा कि अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेहतर हैं।
साथ ही एक ट्विटर हैंडल के द्वारा कहा गया कि केजरीवाल का विज्ञापन खर्च एक मूर्ति बनवाने से बहुत कम है। ट्वीट में यूजर ने सरदार पटेल की मूर्ति का उल्लेख करते हुए कहा है कि उस प्रतिमा में तीन हजार करोड़ का खर्च हुआ है।