ED Action in West Bengal: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में ममता बनर्जी सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को ईडी ने हिरासत में लिया है। इस मामले को लेकर ममता सरकार पर विपक्षी दल हमलावर हैं। वहीं ईडी ने भाजपा से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए एक और विधायक को नोटिस भेजा है। ऐसे में साफ है कि टीएमसी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
बता दें कि ईडी ने विधायक कृष्ण कल्याणी की खाद्य तेल कंपनी को ईडी ने कोलकाता स्थित दो चैनलों के बीच संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के मामले में नोटिस भेजा है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक रायगंज से विधायक कृष्ण कल्याणी उत्तरी दिनाजपुर स्थित कल्याणी सॉल्वेक्स कंपनी के चेयरमैन हैं। उन्हें ईडी की तरफ से 25 जुलाई को नोटिस जारी किया गया है।
माना जा रहा है केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी किसी भी समय कृष्ण कल्याणी को तलब कर सकती है। गौरतलब है कि सीएम तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने से पहले कृष्ण कल्याणी भाजपा में थे, उन्हें हाल ही में विधानसभा की लोक लेखा समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उन्होंने 2021 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन विधानसभा से इस्तीफा दिए बिना वो तृणमूल में शामिल हो गए।
वहीं नोटिस को लेकर प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों का कहना है कि विधायक की कंपनी का कोलकाता के दो चैनलों के साथ वित्तीय लेनदेन कथित मनी लॉन्ड्रिंग के जांच के दायरे में है। बता दें कि ईडी द्वारा अर्पिता मुखर्जी के घर से करोड़ों रुपये बरामद करने के बाद तृणमूल ने पार्थ चटर्जी से किनारा कर लिया है।
दरअसल चटर्जी को ममता बनर्जी का करीबी माना जाता था। लेकिन अब उनकी वजह से पार्टी को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है। वहीं 29 जुलाई को ममता सरकार ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। इसके अलावा उन्हें तृणमूल कांग्रेस के अन्य पदों से भी हटा दिया गया है।