TMC MP Protest Delhi: केंद्रीय जांच एजेंसियों और पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी के बीच पिछले कुछ महीनों में काफी विवाद हुआ है। इस बीच दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर टीएमसी के करीब दस सांसदों ने धरना दे दिया। इन सांसदों ने मांग थी कि ईडी, सीबीआई, एनआईए, जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों के निदेशकों को बदला जाए। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने अब सभी को वहां से उठाकर हिरासत में ले लिया है।

दरअसल, चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे 10 सांसदों ने पहले आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग पर रोक लगाने की मांग की है। सांसदों ने सभी एजेंसियों के चीफ को बदलने की मांग की है। टीएमसी ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार इन सभी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है।

चुनाव आयोग से मिलने गए टीएमसी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा में पार्टी के नेता डेरेक ओ ब्रायन से लेकर सांसद डोला सेन, सागरिका घोष, साकेत गोखले और शांतनु सेन शामिल रहे थे। ये सभी सांसद ईसी के दफ्तर के बाहर ही धरने पर बैठ गए।

इसको लेकर पहले दिल्ली पुलिस ने उन्हें हटने के लिए अनुरोध किया लेकिन जब वे फिर भी नहीं मानें तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। आज टीएमसी सांसदों का प्रतिनिधिमंडल का चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचा था। टीएमसी नेता डोला सेन ने कहा है कि बीजेपी केंद्रीय जांच एजेंसियों को दुरुपयोग कर रही है और विपक्षी नेताओं को झूठे केस में फंसा रही है।

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के इन जांच एजेंसियों के चीफ को हटा देना चाहिए, जिससे चुनाव के दौरान सभी राजनीतिक दलों को मौका मिल सके।

गौरतलब है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ जब इंडिया गठबंधन की महारैली हुई थी, तो उसमें टीएमसी ने भी हिस्सा लिया था। हालांकि दिल्ली में तो टीएमसी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है लेकिन पश्चिम बंगाल में पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ रही है।

बता दें कि हाल ही में NIA की टीम पर पूर्वी मेदिनीपुर में एक जांच के लिए जाने के दौरान हमला हुआ था। इसके चलते टीएमसी पर बीजेपी ने गंभीर आरोप लगाए थे और पीएम मोदी ने सीधे पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी तक पर हमला बोल दिया था।