तमिलनाडु विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। हालांकि तमिलनाडु की जनता के दिल में क्या है और यहां किसके सिर पर ताज सजेगा, यह तो चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा। लेकिन एक सर्वे में भाजपा और एआईडीएमके गठबंधन के लिए बुरी खबर है। टाइम्स नाउ-सी वोटर सर्वे के अनुसार तमिलनाडु में पलानीसामी की सत्ता जा सकती है और यूपीए गठबंधन की सरकार बन सकती है।

टाइम्स नाउ-सी वोटर के सर्वे के अनुसार तमिलनाडु के करीब 40 प्रतिशत लोग मौजूदा सीएम से नाराज हैं। हालांकि करीब 21प्रतिशत लोग मुख्यमंत्री पलानीसामी के कामकाज से खुश हैं। वहीं करीब 33 प्रतिशत लोग आंशिक तौर पर यह मानते हैं कि सीएम पलानीसामी ने अपने कार्यकाल में ठीक काम किया है। साथ ही इस सर्वे के अनुसार आने वाले विधानसभा चुनाव में डीएमके के नेतृत्व वाली यूपीए गठबंधन का वोट शेयर करीब 3.8 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। पिछले चुनाव में यूपीए को 39.4 प्रतिशत वोट मिले थे। इस बार टाइम्स नाउ- सी वोटर सर्वे के अनुसार यूपीए गठबंधन का वोट शेयर 43.2 प्रतिशत तक जा सकता है।

इसके अलावा भाजपा और अन्नाद्रमुक के गठबंधन को वोट शेयर में करीब 11.6 प्रतिशत तक का नुकसान उठाना पड़ सकता है। 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक और भाजपा को करीब 43.7 प्रतिशत वोट मिले थे। अन्नाद्रमुक को 2016 में हुए चुनाव में जीत मिली थी। लेकिन सर्वे के अनुसार एनडीए को इसबार सिर्फ 32.1 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं जो यूपीए गठबंधन की तुलना में करीब 11.1 प्रतिशत तक कम है। 

  

अगर सीटों की बात की जाए तो टाइम्स नाउ-सी वोटर के सर्वे के अनुसार यूपीए गठबंधन को करीब 158 सीटें मिल सकती है। तमिलनाडु विधानसभा में कुल 234 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 118 सीटों की जरुरत पड़ेगी। इसलिए सर्वे के अनुसार यूपीए गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार बना सकती है। वहीं सर्वे में एनडीए गठबंधन को सिर्फ 65 सीटें मिलती हुई दिखाई दे रही है। पिछली बार की तुलना में एनडीए को करीब 71 सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है और उसके हाथ से सत्ता भी जा सकती है।

बता दें कि 234 सदस्यों वाले इस विधानसभा चुनाव के लिए सिर्फ एक चरण में ही वोटिंग कराई जाएगी। 6 अप्रैल को तमिलनाडु में मतदान होगा और दो मई को वोटों की गिनती की जाएगी। तमिलनाडु चुनाव में मुख्य तौर पर दो गठबंधन आमने सामने है। एक तरफ जहां कांग्रेस ने स्टालिन की पार्टी डीएमके के साथ गठबंधन किया है तो वहीँ भाजपा ने सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक के साथ इस चुनाव के लिए साझेदारी की है।