कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को लंदन में एक बार फिर भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि देश में लोगों की आवाज दबाई जा रही है। उन्होंने कहा कि घृणा और हिंसा इनकी प्रकृति में है। राहुल गांधी ने कहा कि उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने पूरे देश को दिखाया की असल भारत क्या है। उन्होंने कहा, “भारत के मूल्य क्या हैं? हमारा धर्म हमें क्या सिखाता है? हमारी अलग-अलग भाषाएं क्या कहती हैं? हमारी अलग-अलग संस्कृतियां हमें बताती हैं कि हम अलग-अलग विचारों वाला एक राष्ट्र हैं। हम में बिना किसी घृणा, क्रोध और अपमान के सौहार्दपूर्ण तरीके से एकसाथ रहने की क्षमता है और जब हम ऐसा करते हैं, तभी हम सफल हैं। यात्रा का यही संदेश था।”
उन्होंने कहा, “दूसरी ओर, घृणा और हिंसा की विचारधारा है, ऐसी अपमानजनक विचारधारा है जो दूसरों पर उनके विचारों के कारण हमले करती है और आपने महसूस किया होगा कि यह भाजपा और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) की प्रकृति में है।”
इसके साथ ही राहुल गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के पास विपक्षी दलों को साथ लाने के लिए एक अच्छा आइडिया है, लेकिन वे अभी इसके बारे में बताकर सरप्राइज को खराब नहीं करना चाहते हैं। शनिवार को लंदन में इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के साथ बातचीत में उन्होंने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री विवाद, सीमा पर चीनी आक्रमण से निपटने के सरकार के तरीके, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अपने अनुभवों और उनके कैम्ब्रिज व्याख्यान के बारे में बात की।
बीबीसी डॉक्यूमेंट्री विवाद पर क्या बोले राहुल गांधी
उन्होंने कहा, “मीडिया, संस्थागत ढांचे, न्यायपालिका, संसद … इन सभी पर हमले हो रहे हैं और लोगों को अपनी आवाज को चैनलों के माध्यम से रखने में बहुत मुश्किल हो रही थी क्योंकि मीडिया बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि, धन की एकाग्रता और महिलाओं के खिलाफ हिंसा जैसे मुद्दों को सामने नहीं ला रहा था।” बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर विवाद के बारे में पूछे जाने पर कि उन्होंने कहा, “यह मिस्टर अडानी जैसा ही मामला है। यह एक कॉलोनियल हैंगओवर भी है। हर जगह जहां विरोध होता है, वहां इनके पास एक बहाना होता है।”
ब्रिटेन में अपनी एक हफ्ते की यात्रा के दौरान राहुल गांधी फिलहाल लंदन में हैं। यहां उन्होंने रविवार को ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ द्वारा भारतवंशियों (प्रवासी भारतीयों) के साथ आयोजित बातचीत के दौरान कहा कि वह अपनी आलोचनाओं से नहीं डरते हैं और यह ‘साहस तथा कायरता और प्रेम तथा घृणा’ के बीच की लड़ाई है। राहुल गांधी ने कहा, “जितना वह मेरे ऊपर हमला करेंगे, मेरे लिए उतना अच्छा होगा, क्योंकि मैं (उन्हें) उतना बेहतर समझ पाऊंगा… यह साहस और कायरता के बीच की लड़ाई है। यह सम्मान और अपमान के बीच की लड़ाई है। यह लड़ाई प्रेम और घृणा के बीच है।”
चीन पर विदेश मंत्री के बयान को लेकर भी बोला हमला
वहीं, एक साक्षात्कार में विदेश मंत्री एस. जयशंकर की टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी ने कहा, “अगर आप विदेश मंत्री के बयान पर गौर करें तो, उन्होंने कहा कि चीन हमसे कहीं ज्यादा शक्तिशाली है। यह सोचना कि चीन हमसे ज्यादा शक्तिशाली है, मैं उसके खिलाफ कैसे लड़ सकता हूं? इस विचारधारा की जड़ में कायरता है।” वहीं, भाजपा ने राहुल गांधी पर विदेश की धरती पर भारत की छवि खराब करने और चीन की प्रशंसा करने का आरोप लगाया है।