Tablighi Jamaat,Corona virus Outbreak: दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए मरकज की वजह से देश में कोरोना वायरस केसों से संक्रमित लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। तमिलनाडु में कोरोना के 110 नए मरीजों सामने आए हैं और सभी तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। वहीं, दूसरी तरफ नागपुर नगर निगम के आयुक्त तुकाराम मुंडे ने बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में शामिल हुए नागपुर के 54 लोगों की पहचान की गई है और उन्हें पृथक कर दिया गया है। डीजीपी शिवानंद झा के मुताबिक गुजरात के 72 लोग तबलीगी जमात में शामिल हुए थे। जिसमें से 34 लोग अहमदाबाद से, 20 लोग भावनगर से और 12 लोग मेहसाना से थे।भावनगर का रहने वाला शख्स जो तबलीगी जमात में शामिल हुआ था उसकी मौत हो गई है। जबकि अन्य 71 लोग क्वेरेंटाइन में रखे गए हैं।
संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर सकते हैं। दरअसल, मरकज में शामिल कई लोग अभी भी लापता हैं, राज्य उनकी तलाश में जुटे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री मुख्यमंत्रियों से बात कर उन्हें कड़ाई से लॉकडाउन का पालन कराने और तबलीगी जमात के लोगों को ढूंढने के लिए कहा जा सकता है।
बता दें कि दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 112 हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया है कि राज्य में 1000 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। निजामुद्दीन के मरकज से अब तक 2361 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। उनमें से 24 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
Corona virus in India Live Updates
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही खुलासा हुआ था कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13-15 मार्च के बीच हुई धार्मिक सभा में कई लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो गए थे। अब तक दिल्ली, तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश से मरकज में शामिल हुए कई लोगों को पकड़ा गया है। मरकज से निकल कर सैकड़ों की संख्या में लोग देश के 19 राज्यों में पहुंच चुके हैं और इन राज्यों में संक्रमण फैलने का खतरा है।
Coronavirus Today LIVE Updates: कोरोना वायरस से जुड़ी हर खबर लाइव पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुताबिक राज्य से 71 लोग मरकज में शामिल हुए थे और इनमें से 54 लोगों को क्वेरेंटाइन किया गया है। कोई और भी मरकज में शामिल हुआ था तो उसे प्रशासन को सूचना देनी चाहिए डरने की कोई जरूरत नहीं है।
दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए मरकज की वजह से देश में कोरोना वायरस केसों से संक्रमित लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। तमिलनाडु में कोरोना के 110 नए मरीजों सामने आए हैं और सभी तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इन आंकड़ों के साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 300 के पार हो गई है।
दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 112 हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया है कि राज्य में 1000 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। निजामुद्दीन के मरकज से अब तक 2361 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। उनमें से 24 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
नागपुर नगर निगम के आयुक्त तुकाराम मुंडे ने बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में शामिल हुए नागपुर के 54 लोगों की पहचान की गई है और उन्हें पृथक कर दिया गया है।
डीजीपी शिवानंद झा के मुताबिक गुजरात के 72 लोग तबलीगी जमात में शामिल हुए थे। जिसमें से 34 लोग अहमदाबाद से, 20 लोग भावनगर से और 12 लोग मेहसाना से थे।भावनगर का रहने वाला शख्स जो तबलीगी जमात में शामिल हुआ था उसकी मौत हो गई है। जबकि अन्य 71 लोग क्वेरेंटाइन में रखे गए हैं।
कोरोनावायरस से लंबे समय तक मुक्त रहे नॉर्थईस्ट में भी अब कोरोनावायरस के केस बढ़ रहे हैं। असम में अब तक 5 संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 4 ने दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए तब्लीगी जमात के मरकज में हिस्सा लिया था। दूसरी तरफ राजस्थान के झुंझुनु में बुधवार को तब्लीगी जमातके कार्यक्रम में शामिल हुए 37 लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारैंटाइन में भेज दिया गया। सीएमओ ने बताया कि वे जल्द ही उनके टेस्ट करेंगे।
जहां सरकारें अब मरकज में शामिल होने वाले लोगों को आगे आकर खुद क्वारैंटाइन में चलने की अपील कर रही हैं, वहीं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इसे तालिबानी अपराध बता दिया है। अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को कहा, "तब्लीगी जमात ने जो किया है वह तालिबानी अपराध है। इस तरह की आपराधिक गतिविधियों को माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कई लोगों की जिंदगी खतरे में डाल दी है। ऐसे लोगों और संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, जो सरकार के आदेशों को नहीं मानते।"
बिहार के गिरदरजंग में मंगलवार को तब्लीगी जमात के कार्यक्रम से लौटे लोगों को ढूंढने पहुंची पुलिस पर स्थानीय लोगों ने पथराव किया था। पुलिस का कहना है कि जवान जब मस्जिद की तरफ पहुंचे तो लोगों ने उन पर पत्थर बरसाए। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
तब्लीगी जमात कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारैंटाइन करने के लिए कैबिनेट सचिव ने बुधवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और डीजीपी से मुलाकात की। सभी को तब्लीगी जमात के लोगों के संपर्क में आए लोगों को भी क्वारैंटाइन करने का आदेश दिया गया। सूचना मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर विदेशियों ने अपने वीजा नियमों का उल्लंघन किया है। राज्यों को ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ और मरकज के आयोजकों पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले उत्तराखंड के 26 लोग अब भी दिल्ली में ही हैं। लखनऊ के भी 18 लोग दिल्ली में मरकज में हिस्सा लेने के बाद शहर नहीं लौटे। 24 विदेशी नागरिक जो तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौटे थे, उन सभी को बलरामपुर के हॉस्पिटल में क्वारैंटाइन किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, मुंबई पुलिस राज्य के लोगो की तलाश के लिए दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर छापे मार रही है।
राज्यों ने दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात की मरकज में शामिल होने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें पकड़ना जारी रखा है। जहां केरल के मल्लापुरम से 22 लोगों को होम क्वारैंटाइन में रखा गया। वहीं, मरकज में हिस्सा लेने के बाद जम्मू-कश्मीर के पूंछ पहुंचे 10 लोगों को भी क्वारैंटाइन किा गया है।
दूसरी तरफ यूपी के प्रयागराज जिले के एसपी ने बताया कि शहर की अब्दुल्ला मस्जिद से इंडोनेशिया के सात लोग और कोलकाता और केरल के एक-एक व्यक्ति को पकड़ा गया। यह सभी दिल्ली में मरकज में हिस्सा लेकर शहर पहुंचे थे। उनके संपर्क में आए 28 अन्य लोगों को भी क्वारैंटाइन किया गया है। साथ ही इन सब पर केस भी दर्ज किया गया।
आंध्र प्रदेश के सीएम ऑफिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, राज्य में आज 43 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए। ये सभी दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित मरकज में हिस्सा लेकर लौटे थे।
वहीं, बिहार में मरकज में हिस्सा लेने वाले 86 बिहारियों और 57 विदेशियों की भी निगरानी की जा रही है। बताया गया है कि सभी 86 बिहारी अभी राज्य में नहीं पहुंचे हैं, ऐसे में प्रशासन दूसरे राज्यों के योगदान से उन्हें ट्रैक करने में जुटा है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, मरकज के मौलाना साद की कोई खोज खबर नहीं है। पुलिस ने उसे 28 मार्च को नोटिस भेजा था। बताया गया है कि मौलाना साद मुज्जफरपुर का रहने वाला था और उसकी खोज जारी है। इसी बीच मौलान साद समेत 7 लोगों पर एफआईआर भी दर्ज हुई है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि मरकज से जो लोग निकाले गए, उनमें से 617 में कोरोनावायरस के लक्षण देखे गए थे। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी लोगों को क्वारैंटाइन में रखा गया। सिसोदिया ने 36 घंटे लंबे चले ऑपरेशन के लिए लोगों का शुक्रिया जताया।
निजामुद्दीन मरकज से रात में ही सभी लोगों को निकाल लेने के बाद दिल्ली नगरपालिका ने इलाके को सैनिटाइज किया।
दिल्ली पुलिस ने निजामुद्दीन से तब्लीगी जमात के बचे हुए सदस्यों को सुबह 4 बजे तक बाहर निकाल लिया गया। इसी के साथ इस मामले में निजामुद्दीन मरकज के मौलाना समेत 7 लोगों पर दायर एफआईआर को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि कुल 2113 लोगों को निजामुद्दीन से निकाल कर अस्पतालों या क्वारैंटाइन सेंटर ले जाया गया है। सभी लोग स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में हैं।
आंध्र प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 21 नए मामले सामने आए जिनमें से 18 व्यक्ति वे हैं जो नयी दिल्ली में तब्लीगी जमात के आयोजन में शामिल हुए थे। चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 44 हो गई है। संक्रमण के ताजा मामलों में से चार विशाखापत्तनम के हैं और यह सभी व्यक्ति 13 और 15 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक आयोजन में शामिल हुए थे। संक्रमित व्यक्तियों में से एक मदीना से लौटा है और दो अन्य कर्नाटक में मक्का से लौटे एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमित हुए।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि लगभग 824 विदेशी 21 मार्च को, देश के विभिन्न हिस्सों में चीला गतिविधियों को कर रहे थे। इन 824 लोगों का विवरण मंत्रालय ने राज्य पुलिस के साथ साझा किया गया था। ताकि इस विवरण कि मददा से पुलिस उन्हें पहचान सके और ट्रेस कर सके और उन्हें पकड़ कर उनकी स्क्रीनिंग कर उन्हें क्वारंटाइन किया जा सके।