बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर लालू प्रसाद से कहा कि जमानत मिलने का सबसे अच्छा उपयोग यही होगा कि लालू प्रसाद पटना में राबड़ी देवी को साथ लेकर कोरोना का टीका लें। इससे गरीबों ग्रामीणों के बीच वैक्सीन को लेकर संशय दूर होगा और टीकाकरण की गति बढेगी। उनकी इस सलाह पर ट्विटर यूजर्स ने उन्हें ट्रोल कर दिया।
सुशील मोदी वर्षों से लालू प्रसाद और उनके परिवार पर हमलवार रहे हैं। ट्विटर और फेसबुक पर लगातार वो लालू प्रसाद पर प्रहार करते रहे हैं। अपने एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद जमानत पर छूटने के बाद यदि पटना आते हैं, तो इससे राजनीति को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, लेकिन छवि ऐसी बनायी जा रही है, जैसे वे कोई जिन्न निकाल कर पार्टी का राज वापस ला देंगे।
उन्होंने आगे लिखा कि लालू प्रसाद रांची में राजकीय अतिथिशाला जैसी जेल में रहते हुए भी ट्विटर और मोबाइल फोन के जरिये सक्रिय थे, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में राजद की सीटें कम ही हुईं। साथ ही उन्होंने लिखा कि लालू प्रसाद जेल में रह कर या जमानत मिलने पर वर्चुअल माध्यम से यदि राजनितिक गतिविधियों में शामिल होते हैं, तो इस पर सीबीआई को संज्ञान लेना चाहिए।
सुशील मोदी की ट्वीट पर लोग तरह-तरह के कमेंट्स करने लगे। नीरज कुमार यादव नाम के यूजर (@NeerajK73416591) ने लिखा कि इससे पता चलता है कि आप जैसे नेता को आज से डर लगने लगा है कि अब हमारी पार्टी कब टूट जाएगी।
एक अन्य यूजर बाबूसाहब छपरा वाले (@king_Babusaheb) ने लिखा कि अरे चच्चा, कभी तो दुसरी बातें कर लिया करो। लालू जी को बिहार के राजनीति से गये 17 साल हो गये, कब तक नाकामियों को चारा से ढ़कते फिरोगे। हरीश नंद नाम के यूजर (@HarishnandYadav) ने लिखा कि मतलब तुम ये मानते हो कि तुम्हारे लगवाने से गरीब को कोई फर्क नही पड़ता जब लालू जी लगवाएंगे तब ही गरीब जनता लगवाएगी।

