Kapil Sibal: अतीक-अशरफ की हत्या और असद के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद राज्यसभा सांसद कपिल सिब्ब्ल ने सवाल खड़े किए हैं। सिब्बल ने कहा, ‘ “मैं उम्मीद करता हूं.. किसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए, उसे कितने समय तक जेल में रहना चाहिए, इस संदर्भ में कानून की पूरी प्रक्रिया को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सख्ती से तय किया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट को अतीक अहमद और अशरफ की हत्या पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।”

कपिल सिब्बल ने कहा, ‘असद जोकि 19 वर्ष का था अगर सुरक्षा के मद्देनज़र उससे आपको ख़तरा था तो आप पहले उसे पकड़ते, उसके पैर में गोली मारते और उस पर मुकदमा चलाते, आपको उसे मारने की क्या ज़रूरत थी?

वहीं समाजवादी पार्टी नेता राम गोपाल यादव ने कहा, ‘इतने मामले बताए गए लेकिन किसी में भी अतीक अहमद दोषसिद्ध नहीं हुआ। फर्जी मुकदमे रोज लोगों के खिलाफ लिखाए जाते हैं। अतीक अहमद 1989, 1991, 19993, 1995 से विधायक और 14वीं लोकसभा में फूलपुर से सांसद हुए। ऐसा तो था नहीं कि सभी गुंडा बदमाश चुनाव जीत जाते हैं। वह रिकॉर्ड तीन बार निर्दलीय चुनाव जीता।’

अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने भी सवाल खड़े किए है। राउत ने कहा, ‘मर्डर हुआ और धारा 144 लगाई गई, लेकिन अगर (यूपी) पुलिस की मौजूदगी के बावजूद यह घटना हुई है तो यह गंभीर मामला है। यह कानून व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या शनिवार देर (15 मार्च. 2023) रात गोली मारकर कर दी गई। यह हत्या तब की गई, जब पुलिस दोनों को मेडिकल जांच के लिए ले जा रही थी। उसी वक्त मीडिया कर्मियों से बात करने के दौरान तीन हमलावरों ने अतीक और अशरफ पर ताबतड़ोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना के बाद इस खौफनाक हत्या का वीडियो भी सामने आया है। हालांकि पुलिस ने तीनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी हत्यारोपी यूपी के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं।

अतीक अहमद और अशरफ के मर्डर के बाद प्रयागराज में धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके साथ ही पीएसी और आरएएफ बल भी तैनात कर किए गए हैं। साथ ही प्रयागराज की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया है। तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई और मामले की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए।