Sunita Kejriwal Political Entry: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार अपनी पत्नी सुनीता को लेकर बड़ी बात कही। केजरीवाल ने कहा कि सुनीता के भविष्य में चुनाव लड़ने की कोई संभावना नहीं है। उनको सक्रिय राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है। भले ही उनकी गिरफ्तारी के बाद से वो सार्वजनिक रूप से राजनीतिक मंचों पर सामने आई हों।
पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में केजरीवाल ने कई मुद्दों पर विस्तार से बात की। जिसमें जेल में रहने के दौरान उनके साथ हुआ अपमान, उस दौरान से उनका परिवार किस दौर से गुजर रहा है और 2024 के लोकसभा में विपक्षी इंडिया गुट की संभावनाएं शामिल हैं।
केजरीवाल ने कहा, “मेरे जीवन के हर पड़ाव में सुनीता ने मेरा साथ दिया है। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके जैसा साथी मिला। मेरे जैसे सनकी व्यक्ति को बर्दाश्त करना आसान नहीं है।”
उन्होंने याद किया कि 2000 में उन्होंने दिल्ली की मलिन बस्तियों में काम करने के लिए आयकर आयुक्त के रूप में अपनी नौकरी से छुट्टी ली थी, और फिर सामाजिक कार्यों में पूरा समय समर्पित करने के लिए इस्तीफा दे दिया था।
केजरीवाल ने कहा कि उस समय मुझे इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा या कोई पार्टी बनाऊंगा, चुनाव लड़ूंगा। मुझे बस प्रेरित किया गया और 10 साल तक काम किया। फिर भी उन्होंने मेरा समर्थन किया। सोचिए कि तब उन पर क्या गुजरी होगी!
केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले और 2001 से 2002 तक दिल्ली सरकार की शराब उत्पाद शुल्क नीति से जुड़ी कथित अनियमितताओं के सिलसिले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें मौजूदा आम चुनावों में अपनी आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार करने के लिए 10 मई को अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया था।
गिरफ्तार होने के तुरंत बाद, सुनीता केजरीवाल, जो एक पूर्व आयकर अधिकारी भी थीं, पार्टी के राजनीतिक केंद्र में आ गईं। उन्होंने जेल से लिखा केजरीवाल का संदेश पढ़ा, रोड शो किया और विपक्षी रैलियों में भाषण दिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या सुनीता अपनी राजनीतिक भूमिका जारी रखेंगी, केजरीवाल ने कहा, “जब मुझे गिरफ्तार किया गया था, वह मेरे और दिल्ली के निवासियों के बीच एक ब्रिज के रूप में थीं। यह एक अस्थायी चरण था। उन्हें सक्रिय राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है। भविष्य में उनके चुनाव लड़ने की कोई संभावना नहीं है।
इस सवाल पर कि क्या सुनीता केजरीवाल जेल में वापस आने के बाद अपना काम जारी रखेंगी? मुख्यमंत्री ने जवाब दिया, “जेल में सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हम अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे ताकि मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अपना काम जारी रख सकूं।” केजरीवाल ने अपनी पत्नी को एक बहादुर और मजबूत महिला बताया और कहा कि उनके दोनों बच्चे भी मजबूत और बहादुर बन रहे हैं।