प्रधानमंत्री मोदी आज रात लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर सांसद में हुई बहस का जवाब दे रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान विपक्ष पर निशाना भी साधा और कांग्रेस पर भी कटाक्ष किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत मशहूर गायिका लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए की। पीएम मोदी ने कहा कि लता जी ने 36 भाषाओं में गीत गाए हैं ,जो राष्ट्र की एकता के लिए भी एक उदाहरण है। उनकी आवाज ने देश को लंबे समय तक भावनाओं से भरा रखा।
दुनिया में हम एक नेता के रूप में उभरे: पीएम ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद पूरी दुनिया में एक नई व्यवस्था बनी है। हमें एक नेता के रूप में पहचाना जा रहा है और भारत को वैश्विक नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभानी चाहिए। कोरोना की पहली लहर के दौरान आपने (कांग्रेस) प्रवासी मजदूरों को मुफ्त में ट्रेन के टिकट बांटे ताकि वो मुंबई छोड़ दें। उसी वक्त दिल्ली सरकार ने प्रवासी मजदूरों को शहर छोड़ने के लिए कहा और उन्हें बस की सुविधा प्रदान की। इसी का कारण है कि कोरोना पंजाब, यूपी और उत्तराखंड में काफी तेजी से फैला।
चुनाव हारने के बाद भी अहंकार कम नहीं हुआ: पीएम मोदी ने बिना नाम लिए कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि आप मेरा विरोध कर सकते हैं, लेकिन आप फिट इंडिया मूवमेंट और अन्य योजनाओं का विरोध क्यों कर रहे हैं? इससे कोई आश्चर्य नहीं होता कि वर्षों पहले आपको कई राज्यों ने वोट दिया था। मुझे लगता है कि आपने अगले 100 वर्षों तक सत्ता में न आने का मन बनाया है और फिर मैंने भी तैयारी कर ली है। इतने सारे चुनाव हारने के बाद भी आप के अहंकार में कोई कमी नहीं आई।
अर्थव्यवस्था को लेकर विपक्ष पर पीएम का निशाना: पीएम मोदी ने कहा कि पी चिदंबरम इन दिनों अख़बारों में अर्थव्यवस्था पर लेख लिख रहे हैं। 2012 में उन्होंने कहा,जनता परेशान नहीं है जब उन्हें पानी की बोतल पर 15 व आइसक्रीम पर 20 रुपए ख़र्च करने पड़ते हैं,लेकिन गेहूं व चावल की कीमत में 1 रुपए की बढ़ोतरी हुई तो जनता बर्दाश्त नहीं कर सकती है।
पीएम मोदी यही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि, “कांग्रेस ने अपने ‘ग़रीबी हटाओ’ नारे के कारण कई चुनाव जीते लेकिन ऐसा करने में असफल रहे। फिर देश के ग़रीबों ने उन्हें वोट दिया। पंडित नेहरू ने कहा था कि कोरियाई युद्ध मुद्रास्फीति का कारण बना। उन्होंने कहा अमेरिका में किसी भी अशांति की वजह से महंगाई भी होती है।”
पीएम ने कहा कि जब मैं “वोकल फॉर लोकल” की बात करता हूं तो आप इसे नज़रअंदाज कर देते हैं। क्या आप नहीं चाहते कि भारत आत्मनिर्भर बने? आप महात्मा गांधी के सपनों को पूरा नहीं होने देना चाहते हैं। आगे पीएम ने कहा कि हम छोटे किसानों को मजबूत करना चाहते हैं और हमारा ध्यान भी उन पर है। लेकिन जो छोटे किसानों के दर्द को नहीं समझते, उन्हें कोई हक नहीं कि वो किसानों के नाम पर राजनीति करें।