लोकसभा में बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान राहुल गांधी ने जैसे ही मणिपुर के जख्मों की चर्चा की, सत्ता पक्ष को अतीत के घाव याद आ गए। मणिपुर के मुद्दे पर कैफियत देते हुए केंद्रीय मंत्री ने 1984 के सिख विरोधी दंगों से लेकर कश्मीर में आतंकियों द्वारा कश्मीरी पंडितों पर किए गए अत्याचार गिनाए। कश्मीर के मुद्दे को लेकर गंभीर सवाल उठे। कश्मीरी पंडितों के साथ स्थानीय मुसलिम आबादी की पहचान से जुड़े घाव दिखाए गए। सत्ता पक्ष प्रधानमंत्री को फकीर बताते हुए विपक्ष को पिछड़ा विरोधी बताता रहा। अविश्वास प्रस्ताव पर सवाल उठाते हुए सरकार की उपलब्धियां गिनाता रहा। दूसरी ओर, विपक्ष की ओर से सरकार के ‘सबका साथ, सबका विश्वास’ नारे पर सवाल उठाए जाते रहे। जिस मणिपुर राज्य में हिंसा को लेकर सरकार में अविश्वास जताया जा रहा है, वहां की ‘दोहरे इंजन’ की सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए जाते रहे।

कांग्रेस का इतिहास खून से सना, महिला सुरक्षा से इनका कोई सरोकार नहीं : ईरानी

द्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लेकर राहुल गांधी की टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को 1984 के सिख विरोधी दंगों और कश्मीर में अशांति एवं कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार का मुद्दा उठाया और कहा कि ‘कांग्रेस का इतिहास खून से सना है’ और विपक्ष को महिला सुरक्षा, गरीब कल्याण, नौजवानों के हितों एवं देश के विकास से कोई सरोकार नहीं है।

‘मणिपुर खंडित नहीं है, विभाजित नहीं है, वह देश का अभिन्न अंग है’

लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि पूरे देश ने देखा कि राहुल गांधी ने भारत माता की हत्या की बात की और कांग्रेस के लोग यहां मेज थपथपा रहे थे, संसदीय इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। विपक्षी सदस्यों की टोकाटोकी के बीच ईरानी ने केंद्र में कांग्रेस की सरकार के समय हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों और कश्मीर में अशांति एवं कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार तथा आपातकाल के मुद्दे उठाए और कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में राहुल गांधी के एक बयान के जवाब में कहा, ‘मणिपुर खंडित नहीं है, विभाजित नहीं है, वह देश का अभिन्न अंग है।’

कांग्रेस ने न सिखों के साथ इंसाफ किया, न ही नौजवानों की चिंता की

ईरानी ने कहा कि उन्होंने न सिखों के साथ इंसाफ किया, न ही नौजवानों, किसानों के हितों की चिंता की और न ही महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान दिया। ईरानी ने कहा कि ऐसे में जो देश के लोगों, महिलाओं, गरीबों और नौजवानों की बात कर रहा है, उस पर देश फिर से विश्वास करेगा। 2024 में फिर से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि देश की जनता कभी भी उनकी (राहुल गांधी) माताजी के हाथों में देश की तिजोरी की चाबी नहीं देगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष को महिला सुरक्षा, गरीबों के कल्याण, नौजवानों के हितों एवं देश के विकास से कोई सरोकार नहीं है जबकि नौ वर्षों में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने शौचालयों का निर्माण किया है, नल से जल पहुंचाया है और महिला सुरक्षा की दिशा में कदम उठाए हैं।

ईरानी ने याद दिलाया गिरिजा टिक्कू दुष्कर्म और हत्या का केस

ईरानी ने एक तस्वीर दिखाते हुए कहा कि यह धुंधली तस्वीर गिरिजा टिक्कू की है, जिनके साथ 90 के दशक में बलात्कार किया गया और उनका शरीर काट दिया गया। उन्होंने कहा कि इस घटना का दृश्य एक फिल्म में आया तो कांग्रेस के कुछ प्रवक्ताओं ने उसे दुष्प्रचार कहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग नहीं चाहते कि कश्मीरी पंडितों की दास्तान कहीं सुनाई जाए। उन्होंने कहा कि किसी महिला को शौच के लिए सूर्यास्त का इंतजार करने पड़े, यह कितनी बड़ी बात है लेकिन 2014 से पहले केवल 39 फीसद घरों में शौचालय थे और नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद अब यह सौ फीसद हो गया है। उन्होंने कहा कि आज 12.40 करोड़ परिवारों को नल से जल उपलब्ध कराया गया है, आवास योजना के तहत 3.84 करोड़ आवास बने, 23 करोड़ लोगों का जनधन खाता खुला, 40 करोड़ लोगों को मुद्रा योजना का लाभ मिला, उद्यमिता विकास के कार्य हुए लेकिन कांग्रेस सहित विपक्ष को इससे कोई सरोकार नहीं है।

स्मृति ने कहा- चर्चा से विपक्ष भागा, सत्ता पक्ष नहीं

मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष के आरोपों पर ईरानी ने कहा कि सदन के उपनेता राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री ने स्पष्ट कहा था कि सरकार चर्चा को तैयार है कि हम चर्चा करना चाहते थे, चर्चा करने को तैयार थे, भागे ये (विपक्ष), हम नहीं। उन्होंने कहा कि विपक्ष चर्चा से इसलिए भागा क्योंकि जब गृह मंत्री बोलते, तब परतें खुलतीं और वे इसे सुन नहीं पाते। कांग्रेस पर प्रहार जारी रखते हुए केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि इनके द्रमुक के एक साथी ने तमिलनाडु में कहा कि भारत का मतलब मात्र उत्तर भारत है, अगर राहुल गांधी में हिम्मत है तो आकर इसका खंडन करें।

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के एक नेता ने कश्मीर में जनमत संग्रह की बात की, अगर गांधी परिवार में हिम्मत है तो देश को बताएं कि कश्मीर को देश से हटाने की साजिश में कांग्रेस के उस नेता ने वक्तव्य क्यों दिया?  ईरानी ने कहा कि जिन वादियों को हिंदुस्तान ने खून से सना देखा है, जहां गोलियों की आवाजें हर दिन सुनाई देती थीं, जब ये (राहुल) उन वादियों में गए तो वहां इन्होंने आश्वासन दिया कि अगर इनका बस चले तो ये अनुच्छेद-370 पुन: स्थापित कर दें। उन्होंने कहा कि लेकिन मैं कहना चाहती हूं कि इस देश में न अनुच्छेद-370 लौटेगा और न ही कश्मीरी पंडितों को कोई धमकी देगा।      

लोस चुनाव में राजग को 2019 से भी बड़ा बहुमत : अनुप्रिया पटेल

विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि जब देश की जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास है तो ये लोग अविश्वास प्रस्ताव क्यों लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की विश्वसनीयता और नेतृत्व का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 14 देशों ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान उन्हें दिए हैं।

अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 2019 से भी बड़ा बहुमत मिलेगा। अनुप्रिया पटेल ने कहा कि हर बार चुनाव से पहले अविश्वास प्रस्ताव आता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में गरीबों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है। गरीबों को आवास, शौचालय, पानी मिला है। सरकार ने राशन दिया, स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया है। विपक्ष हमारी उपलब्धियां नहीं देख पा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का दुनिया भर में मान बढ़ाया है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए अनुप्रिया पटेल ने कहा कि विपक्ष संसदीय परंपराओं का खयाल नहीं रखता है। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि 2011 में जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई गई? उन्होंने कहा कि सरकार हर संकल्प को पूरा कर रही है।