कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से भाजपा और नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। गांधी ने कहा कि 2024 के आम चुनावों के बाद लोकसभा में संख्या ‘बहुत कमजोर’ होगी और ‘छोटी सी गड़बड़ी भी एनडीए की सरकार को गिरा सकती है’। फाइनेंशियल टाइम्स से बात करते हुए राहुल ने कहा, ‘मूल रूप से, एक सहयोगी को दूसरी तरफ मुड़ना पड़ता है।’ किसी का नाम लिए बिना राहुल ने दावा किया कि एनडीए के लोग ‘हमारे संपर्क में हैं’ और मोदी खेमे में ‘बहुत असंतोष’ है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन संघर्ष करेगा, क्योंकि 2014 और 2019 में नरेंद्र मोदी के लिए जो काम किया था वह काम नहीं कर रहा है।
लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक की बढ़त पर विचार करते हुए गांधी ने कहा कि ‘भारतीय राजनीति में बड़ा बदलाव आया है।’ उन्होंने कहा, ‘मोदी का विचार और मोदी की छवि खत्म हो गई है।’

बता दें, इन लोकसभा चुनावों में, भारतीय जनता पार्टी ने सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन को कड़ी टक्कर दी और 233 सीटें हासिल कीं, जबकि कांग्रेस ने अपनी संख्या में भारी सुधार करते हुए 99 सीटें हासिल कीं।

इस बीच, एनडीए 293 सीटें जीतकर कम बहुमत के साथ सत्ता में वापस आ गया। भाजपा 240 सीटों के साथ अपने दम पर बहुमत हासिल करने में विफल रही।

राहुल गांधी ने कहा, ‘यह विचार कि आप नफरत फैला सकते हैं, आप गुस्सा फैला सकते हैं और आप इसका लाभ उठा सकते हैं। भारतीय लोगों ने इस चुनाव में इसे अस्वीकार कर दिया है।’

राहुल ने कहा, ‘जिस पार्टी ने पिछले 10 साल अयोध्या के बारे में बात करने में बिताए, उसका अयोध्या में सफाया हो गया है… असल में जो हुआ है वह यह है कि भाजपा का मूल ढांचा – धार्मिक नफरत पैदा करने का विचार – ध्वस्त हो गया है।”

राम मंदिर की सीट फैजाबाद में भाजपा के लल्लू सिंह को समाजवादी पार्टी के दलित उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने 54,567 मतों से हराया।
राहुल ने देश भर में आयोजित दो भारत जोड़ो यात्राओं के कारण गठबंधन को चुनावों में मिली बढ़त का भी जिक्र किया।

राहुल गांधी ने कहा कि न्यायिक प्रणाली, मीडिया, संस्थागत ढांचा सभी (विपक्ष के लिए) के लिए बंद थे, और इसलिए हमने तय किया कि हमें सचमुच व्यक्तिगत रूप से यह करना होगा। उन्होंने कहा, “इस चुनाव में सफल होने वाले बहुत से विचार उस पदयात्रा से आए – और वे हमसे नहीं बल्कि भारत के लोगों से आए।” उन्होंने कहा, “हमने अपने हाथ पीछे बांधकर लड़ाई लड़ी…और भारतीय लोग, गरीब लोग, अच्छी तरह जानते थे कि उन्हें क्या करना है।”