उत्तर प्रदेश के मथुरा से BJP सांसद हेमा मालिनी का सोफे पर बैठकर हवन करने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो को लेकर सांसद हेमा मालिनी का कहना है, “जब से कोरोना आया तब से मैं इसे रोज करती हूं, रोज़ हवन करने से वातावरण भी शुद्ध होता है।” ये वीडियो सामने आया ही था कि ट्विटर यूजर्स ने हेमा मालिनी पर तंज कसने शुरू कर दिए।
हेमा मालिनी ने कहा कि, ‘प्राचीन काल से ही भारत में हवन करने की प्रथा को लाभदायक एवं नकारात्मक शक्तियों को शुद्ध करने का सही उपाय माना गया हैं। आज पूरा विश्व महामारी और पर्यावरण के संकट को झेल रहा हैं, ऐसे में केवल पर्यावरण दिवस पर ही नहीं, बल्कि जब तक इस महामारी का अंत न हो जाए तब तक हर दिन हवन करें।’ एक ट्विटर यजूर (@Aby42286997) ने लिखा कि कैंट आरओ की जगह घड़े का पानी पिया करें,एसी की जगह खुले वातावरण में सोया करें।या फिर ये सब नौटंकी बंद कर दें। वहां के लोगों की मदद करें जहां के लोगों ने आपको चुना है।
मथुरा से BJP सांसद हेमा मालिनी ने सोफे पर बैठकर किया हवन, बोलीं-
“जब से कोरोना आया तब से मैं इसे रोज करती हूं, रोज़ हवन करने से वातावरण भी शुद्ध होता है”#HemaMalini #CoronaSecondWave pic.twitter.com/abz6mHjGH3
— News24 (@news24tvchannel) June 5, 2021
ट्विटर यूजर मास्टक नॉर्मल(@MasterNormal) ने लिखा कि एक्टर कभी रिटायर नहीं होता है। शोभित अवस्थी (@ssawasthi) ने लिखा कि इन्हें मथुरा की जनता ने सेवा नहीं, हवन करने के लिए सांसद बनाया था। महीने का 5 लाख खर्चा मिलता है इनको हवन करने का। कैसे-कैसे मथुरा वालों ने चुन रखे हैं। बताइए, है जनता ही बेवकूफ या नहीं?
सोनम प्रकाश सागर(@JAYSONA8923743) ने लिखा कि सारे नमूने भाजपा में ही मिलते हैं। नीलेश मिश्रा ने लिखा कि हवन करना अच्छी बात है, लेकिन इतनी खतरनाक बीमारी मे हमें अन्धविश्वास में नहीं पड़ना चाहिये। क्योंकि अगर लोग हवन करने से बच सकते तो जो हजारों साधु-सन्त कोरोना में अपनी जाने गवायें हैं, वो नही मरते। अगर हवन से बचा जा सकता तो कोरोना होने पर राष्ट्रपति एम्स की शरण में नही जाते।
कृष्ण कन्हैया सिंह (@Krishna80142578) ने लिखा कि सोफे पर बैठकर हवन। ये लोग हिंदुत्व के ठेकेदार बनकर जनता के वोट ले लेते हैं।मगर फिर बाद में उसी हिंदुत्व का मजाक भी बना देते हैं। खासकर बॉलीवुड के अधिकांश सेलेब्रेटी। सोफे पर बैठकर हवन कहीं से भी जायज नहीं है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूँ।