शुक्रवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भारत पाकिस्तान की बातचीत में रुकावट के लिए जिम्मेदार ठहराया था। इमरान खान के इस बयान पर शिवसेना भड़क गई है। साथ ही आरएसएस के धुर विरोधी माने जाने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी इमरान खान के इस बयान को लेकर उन्हें निशाने पर लिया।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि पूरा देश उस विचारधारा में विश्वास करता है कि जम्मू और कश्मीर भारत का हिस्सा है। साथ ही उन्होंने कहा कि आरएसएस की विचारधारा क्या है? जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है, यह सच है। पूरे देश के लोगों की भी यही भावना है। साथ ही उन्होंने तालिबान के हमले की वजह से भारतीय फोटोग्राफर दानिश सिद्दीकी की मौत होने पर भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लिया।
संजय राउत ने कहा कि तालिबान के निर्माता कौन है? यह पाकिस्तान है। पाकिस्तान ने तालिबान की मदद से जो आतंकवाद फैलाया है, उसका खामियाजा पूरी दुनिया को भुगतना पड़ रहा है। इसलिए इमरान खान पर भरोसा न करें।
वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी कहा कि जब तक इमरान खान की सरकार भारत के खिलाफ आंतकी गतिविधियां करने वालों के मददगारों पर सख्त कार्रवाई नहीं करती, तब तक दोनों मुल्कों के बीच बातचीत बहाल होना संभव नहीं है। उन्होंने हाफिज सईद और मसूद अजहर का नाम लेते हुए कहा कि भारत विरोधी आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले लोग पूरी तरह से पाकिस्तान सरकार के संरक्षण में हैं।
बता दें कि शुक्रवार को ताशकंद में आयोजित मध्य-दक्षिण एशिया सम्मेलन में जब समाचार एजेंसी एएनआई के पत्रकार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से सवाल पूछते हुए कहा था कि आपको लेकर भारत की तरफ से एक सवाल उठाया जा रहा है कि क्या बात और आतंकवाद साथ साथ चल सकते हैं। तो इमरान खान ने कहा था कि भारत से तो हम कब से बातचीत का इंतजार कर रहे हैं लेकिन करें क्या, आरएसएस की विचारधारा सामने आ जाती है। (भाषा इनपुट्स के साथ)