Shiv Sena controversy: महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आज का दिन काफी अहम है। सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ गुरुवार को शिवसेना विवाद पर फैसला सुनाएगी। सुप्रीम कोर्ट से फैसले पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कुर्सी टिकी है। सुप्रीम कोर्ट तय करेगा कि एकनाथ शिंदे और 15 अन्य विधायकों को पिछले साल जून में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने के लिए अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए या नहीं। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस हिमा कोहली, जस्टिस एमआर शाह, जस्टिस कृष्ण मुरारी और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की संविधान पीठ फैसला सुनाएगी।

क्या है पूरा मामला?

जून 2022 में एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 39 विधायकों के साथ मिलकर तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी। इससे एमवीए सरकार गिर गई। इसके बाद शिंदे गुट ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली। इस गठबंधन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। अगर सुप्रीम कोर्ट एकनाथ शिंदे को अयोग्य घोषित करता है तो एकनाथ शिंदे की कुर्सी पर संकट खड़ा हो जाएगा। ठाकरे गुट के जिन विधायकों ने शिंदे का साथ दिया था उनमें से 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की गई है।

क्या तय करेगा सुप्रीम कोर्ट?

सुप्रीम कोर्ट इस मामले को लेकर तय करेगा कि किसी पार्टी के भीतर एकपक्षीय विभाजन को रोकने के संबंध में भारत के चुनाव आयोग की शक्तियों का दायरा क्या है? इसके अलावा क्या कोई न्यायालय यह मान सकता है कि किसी सदस्य को उसके कार्यों के आधार पर स्पीकर के निर्णय की अनुपस्थिति में अयोग्य माना जाए? सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सभी की निगाहें टिकीं हैं। इस मामले को लेकर उद्धव ठाकरे की ओर से
वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने अदालत में बहस की। वहीं एकनाथ शिंदे गुट की ओर से हरीश साल्वे, नीरज कौल और महेश जेठमलानी ने पक्ष रखा।

इन 16 विधायकों पर आएगा फैसला

याचिका में जिन 16 विधायकों की योग्यता को लेकर चुनौती गई है उनमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अलावा छत्रपति संभाजीनगर में सिल्लोड क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले कैबिनेट सदस्य कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार, धाराशिव के भूम-परंडा से विधायक जनस्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत, संभाजीनगर के भुमारे पैठण से विधायक बागवानी मंत्री संदीपन छत्रपति शामिल हैं। इसके अलावा अन्य विधायकों में सतारा के कोरेगांव से महेश शिंदे, मुंबई उपनगर के मगथाने से प्रकाश सुर्वे, ठाणे के अंबरनाथ से बालाजी किनिकर, सांगली के खानपुर से अनिल बाबर, बुलढाणा में महेकर (एससी) से संजय रायमुलकर, छत्रपति संभाजीनगर के वैजापुर से रमेश बोनारे, नांदेड़ उत्तर के नांदेड़ से बालाजी कल्याणकर, छत्रपति संभाजीनगर पश्चिम के छत्रपति संभाजीनगर से संजय शिरसाट, मुंबई शहर के बायकुला से यामिनी जाधव, जलगांव में चिमनराव पाटिल एरंडोल, रायगढ़ के महाड़ से भरत गोगावाले और जलगांव में चोपडा (एसटी) से लताबाई सोनवणे शामिल हैं।