Maharashtra News: उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने अपना रुख साफ कर दिया है। शिंदे ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का पुरजोर समर्थन देगी। दिल्ली दौरे पर आए शिंदे ने पार्टी सांसदों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद यह घोषणा की। शिंदे और उनका परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।

मीडिया से बात करते हुए शिंदे ने गृह मंत्री अमित शाह को उनके रिकॉर्ड कार्यकाल के लिए बधाई दी। शिंदे ने कहा कि अमित शाह जी देश के इतिहास में लगातार 2,258 दिनों तक सेवा देने वाले पहले गृह मंत्री बन गए हैं। हमने उन्हें बधाई देने के लिए उनसे मुलाकात की। वे एक निर्णायक और कुशल नेता हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाकर बालासाहेब ठाकरे के सपने को साकार किया है, ऑपरेशन महादेव के ज़रिए आतंकवाद पर प्रभावी कार्रवाई की है और नक्सलवाद के खिलाफ प्रयासों का नेतृत्व किया है। सहकारिता क्षेत्र और राष्ट्रीय विकास में उनका योगदान अनुकरणीय है।

शिवसेना और भाजपा के बीच लंबे समय से चले आ रहे गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए शिंदे ने कहा कि एनडीए के औपचारिक गठन से पहले ही, शिवसेना और भाजपा के बीच एक ऐतिहासिक गठबंधन रहा है। एनडीए के भीतर हमारी साझेदारी सबसे पुरानी और सबसे भरोसेमंद है। इस साल बालासाहेब ठाकरे द्वारा परिकल्पित शिवसेना-भाजपा गठबंधन के 25 साल पूरे हो रहे हैं।

शिंदे ने बताया कि शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने मंगलवार को हुई एनडीए की बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व किया। शिंदे ने दोहराया कि शिवसेना उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार को पूरा समर्थन देगी।

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उन्होंने यह भी पुष्टि की कि महायुति गठबंधन आगामी स्थानीय निकाय चुनाव साथ में लड़ेगा। उन्होंने कहा कि जैसे हमने विधानसभा चुनाव मिलकर जीते थे, वैसे ही हम स्थानीय निकाय चुनाव भी महायुति के सहयोगी के रूप में लड़ेंगे।

36 वर्षीय हथिनी माधुरी के मामले में शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार सर्वोच्च न्यायालय में एक समीक्षा याचिका दायर करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में जनभावना का सम्मान करती है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य और वंतारा समूह, दोनों ही इस मामले में पक्ष होंगे। बता दें, अदालती आदेश के बाद महाराष्ट्र के एक जैन मठ से गुजरात के वंतारा केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया था और जिसके बाद विरोध प्रदर्शन हुए थे।

विपक्ष पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए शिंदे ने कहा कि हम यहां सांसदों से मिलने और सत्र में भाग लेने आए हैं। हम गोपनीयता से काम नहीं करते। शिंदे ने यह बयान ऐसे वक्त दिया, जब विपक्ष आरोप लगा रहा है कि शिंदे दिल्ली में भाजपा नेताओं के साथ गुप्त बैठकें कर रहे हैं।