शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी के एक ताजा बयान पर विवाद हो सकता है। दरअसल हाल ही में वसीम रिजवी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने हरे चांद तारों वाले झंडे को फहराने वालों की तुलना गद्दारों से की है और लोगों से तिरंगा फहराने की अपील की है।
वीडियो में वसीम रिजवी कहते दिखाई दे रहे हैं कि हिंदुस्तान के कट्टरपंथी मुसलमानों को अब यह तय करना होगा कि उन्हें हिन्दुस्तान के तिरंगे से मोहब्बत करके उसे बुलंद करना है या फिर इस्लामिक झंडा बताकर हरे और चांद तारे वाले झंडे को, जो कि पाकिस्तानी झंडे का रुप है, उसे अपने घरों और इबादतगाहों पर लगाना है?
वसीम रिजवी ने आगे कहा कि हरा चांद तारों वाला झंडा लहराने वाले लोग गद्दार तो हो सकते हैं, लेकिन हिन्दुस्तानी मुसलमान नहीं हो सकते। हिन्दुस्तान में रहना है तो तिरंगे से, हिन्दुस्तान से मोहब्बत करनी होगी, राष्ट्रगान को गाना होगा। वसीम रिजवी ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक रिट याचिका भी दाखिल की है। जिसमें मांग की गई है कि हिन्दुस्तान में चांद तारे वाला झंडा नहीं फहर सकता और इस संबंध में जल्द ही फैसला आ जाएगा।
वसीम रिजवी ने इससे पहले यूपी के मदरसों पर भी सवाल उठाए थे और कहा था कि यूपी के मदरसों में आजकल किताबों की जगह हथियार बरामद हो रहे हैं। जो कि आने वाले वक्त में हिन्दुस्तान के लिए एक बड़ा खतरा होगा। रिजवी ने कथित तौर पर मदरसों में ISIS के सिपाही तैयार होने की बात कही थी।
वसीम रिजवी अपने बयानों को लेकर इससे पहले भी कई बार चर्चा में आ चुके हैं। बीते दिनों उन्होंने रामजन्मभूमि नाम से एक फिल्म का निर्माण किया था। इस फिल्म को लेकर रिजवी ने प्रियंका गांधी को लेकर कुछ ऐसा कह दिया था, जिस पर विवाद हो गया था। दरअसल उन्होंने कहा था कि प्रियंका गांधी खूबसूरत हैं और उन्हें राजनीति में आने की जरुरत नहीं थी। रिजवी ने यह भी कहा कि वह उन्हें अपनी फिल्म रामजन्मभूमि में जफर खान की बहू का रोल दे देता।