बिहार में मतदाता सूची संशोधन के खिलाफ महागठबंधन के विरोध प्रदर्शन के दौरान पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को सुरक्षाकर्मियों ने ट्रक पर चढ़ने नहीं दिया। बुधवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस ट्रक से सभा को संबोधित किया था।
इस बारे में बात करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “तथाकथित ‘पप्पू’ ने कांग्रेस को डुबो दिया, वहीं तेजस्वी यादव और कांग्रेस ने कल एक और पप्पू को रुला दिया। पप्पू यादव बिहार के एक सम्मानित नेता और सांसद हैं। बाद में, उन्होंने एक इंटरव्यू में भावुक होकर कहा कि वे इस अपमान को सह लेंगे। बिहार के दो नवाबों ने पप्पू यादव का अपमान किया। कन्हैया कुमार को ट्रक पर न चढ़ने देना दर्शाता है कि सिर्फ़ ‘परिवारवादी नवाबों’ को ही ट्रक पर चढ़ने की अनुमति थी।”
पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को राहुल गांधी की गाड़ी पर चढ़ने ही नहीं दिया गया
बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन के विरोध में विपक्ष ने बुधवार को बिहार बंद बुलाया था। इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी पटना पहुंचे थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी एक गाड़ी पर सवार होकर चुनाव आयोग के दफ्तर के लिए निकले थे लेकिन इस बीच पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को राहुल गांधी के मंच पर चढ़ने ही नहीं दिया गया। जैसे ही राहुल गांधी गाड़ी पर सवार हुए, उसके बाद कन्हैया कुमार और पप्पू यादव भी चढ़ने की कोशिश कर रहे थे लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है।
पप्पू यादव ने दी सफाई
वहीं, इसके बाद पप्पू यादव ने पूरे घटनाक्रम पर सफाई देते हुए कहा था, “हम गिर गए, हमको मंच पर चढ़ने नहीं दिया गया, हमें चोट लग गई। यह सब कोई मुद्दा है? हमारे नेता मंच पर थे। यह कोई स्वाभिमान और अभिमान की लड़ाई नहीं है। पूरी दुनिया मुझे प्यार करती है। मैं बिहार का बेटा हूं। मुझे और किसी चीज से क्या करना है? हम गरीबों के दिल में हैं और हम गरीबों को भगवान मानने के लिए पैदा ही हुए हैं।” पढ़ें- राहुल गांधी के मंच से उतारे जाने के बाद छलका पप्पू यादव का दर्द
बुधवार को राहुल गांधी ने बिहार में मतदाता सूची के रिवीजन के खिलाफ पटना में निर्वाचन आयोग के कार्यालय तक विरोध मार्च के दौरान ‘इंडिया’ गठबंधन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘निर्वाचन आयोग को संविधान की रक्षा करनी चाहिए। वह भाजपा के निर्देशों पर काम कर रहा है। इन निर्वाचन आयुक्तों को भाजपा ने ही नामित किया है। मतदाता सूची का रिवीजन चुनावी चोरी का एक प्रयास है। हम निर्वाचन आयोग को मतदाताओं, खासकर युवाओं के (मतदान के) अधिकार छीनने नहीं देंगे।’’ पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स