भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से बगावत करने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने अब कांग्रेस को भी दगा दे दी है। बिहारी बाबू अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से चुनाव लड़ेंगे। इस बात की जानकारी बनर्जी उर्फ दीदी ने दी।
उन्होंने रविवार (13 मार्च, 2022) को बताया कि उपचुनाव में आसनसोल संसदीय सीट के लिए शॉटगन शत्रुघ्न प्रत्याशी होंगे, जबकि बालीगंज विधानसभा उपचुनाव के लिए पार्टी ने बाबुल सुप्रियो को नामित किया है।
बंगाल सीएम के ट्वीट में लिखा गया, “बनर्जी ने ट्वीट किया, “अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि आसनसोल से लोकसभा उपचुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रसिद्ध अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा हमारे उम्मीदवार होंगे।”
उन्होंने अगले ट्वीट में यह जानकारी भी दी, “पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रसिद्ध गायक बाबुल सुप्रियो बालीगंज से विधानसभा उपचुनाव में हमारे उम्मीदवार होंगे। जय हिंद, जय बांग्ला, जय मां- माटी- मानुष!।”
बॉलीवुड ऐक्टर से नेता बने सिन्हा साल 2019 के संसदीय चुनावों से पहले भाजपा से कांग्रेस में शामिल हो गए। वह बिहार में अपने गढ़ पटना साहिब से भाजपा के रविशंकर प्रसाद से हार गए।
वैसे, सितंबर में सुप्रियो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से बाहर हो गए। केंद्रीय राज्य मंत्री के तौर पर हटाए जाने के दो महीने बाद वह टीएमसी में शामिल हो गए थे। उन्होंने उस दौरान कबूला था कि उनकी “कड़ी मेहनत और अच्छे काम” के बावजूद जो हुआ था, उससे वह निराश थे।
बता दें कि चुनाव आयोग (ईसी) ने शनिवार को ऐलान किया कि आसनसोल और बालीगंज समेत चार विधानसभा सीटों पर 12 अप्रैल को उप-चुनाव होंगे। इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के साथ, उपचुनाव भी निर्वाचक मंडल में रिक्त पदों को भरेंगे जो राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं।
ईसी के एक बयान के अनुसार, मतगणना 16 अप्रैल को होगी। पश्चिम बंगाल में आसनसोल संसदीय सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बाबुल सुप्रियो के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी, जो तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
बंगाल में बालीगंज, छत्तीसगढ़ के खैरागढ़, बिहार के बोचहां और महाराष्ट्र के कोल्हापुर उत्तर में भी उपचुनाव होंगे। पांचों उपचुनावों की अधिसूचना 17 मार्च को जारी की जाएगी।
