नई दिल्‍ली। भाजपा सांसद शत्रुघ्‍न सिंहा ने एक बार फिर से पार्टी के पक्ष के खिलाफ आवाज उठाई है। सिंहा ने जेएनयू छात्र संघ अध्‍यक्ष कन्‍हैया कुमार को रिहा करने की मांग की। उन्‍होंने कहा कि कन्‍हैया ने कुछ देश विरोधी नहीं कहा। शत्रुघ्‍न सिन्‍हा ने ट्वीट कर कहा,’हमारे बिहारी लड़के जेएनयू छात्र संघ अध्‍यक्ष कन्‍हैया का भाषण सुना है। उसने देश के खिलाफ या संविधान के विरोध में कुछ नहीं कहा। उम्‍मीद और प्रार्थना करता हूं कि वह जल्‍द रिहा हो जाए। जितना जल्‍दी रिहा हो बेहतर है।’

सिंहा ने जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी की प्रतिष्‍ठा को लेकर भी हिंदूवादी संगठनों से इतर राय रखी। उन्‍होंने कहा कि इस संस्‍थान की अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर प्रतिष्‍ठा है। इसका रिकॉर्ड और इतिहास शानदार है। उन्‍होंने जेएनयू में राष्‍ट्र विरोधी गतिविधियां होने का आरोप लगाने वाले राजनेताओं को भी निशाना बनाया। इस बारे में उन्‍होंने ट्वीट किया,’एक संस्‍थान को बदनाम करने के बयान देने से पहले हमें सावधानी बरतनी चाहिए। वे हमारे अपने बच्‍चे और हमारे अपने छात्र हैं। यदि छात्र, अध्‍यापक या राजनेता आरोप लगाते हैं तो उन्‍हें इन आरोपों को मजबूत तथ्‍यों के साथ पेश करना चाहिए।’

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गौरतलब है कि बिहार चुनावों के बाद से शत्रुघ्‍न सिंहा ने कई मौकों पर पार्टी और पार्टी नेताओं की आलोचना की है। उन्‍होंने अरुणाचल प्रदेश में राष्‍ट्रपति शासन लगाने के मुद्दे पर भी पार्टी को घेरा था। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के सलाहकारों पर भी जमकर बरसे थे।

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