भारत में कोविड-19 टीकों की अब तक दी गई खुराकों की संख्या गुरुवार को 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई, इसी के साथ देश ने कोरोना खिलाफ अपने मिशन में एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है, लेकिन इस मुद्दे पर कांग्रेस अब दो मत नजर आ रही है। शशि थरूर ने इस सफलता का क्रेडिट मोदी सरकार को देने की बात कही है तो वहीं पवन खेड़ा ने क्रेडिट देने पर आपत्ति जताई है और इसे देश का अपमान करार दिया।
शशि थरूर ने गुरुवार को इस पर ट्वीट करते हुए कहा ये सभी भारतीयों के लिए गर्व का विषय है, इसका श्रेय सरकार को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड की दूसरी लहर के कुप्रंबधन और टीकाकरण की विफलता के बाद सरकार ने खुद को सुधारा है, हालांकि यहां उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अपनी विफलताओं के लिए अब भी जवाबदेह है। तो वहीं पवन खेड़ा ने इस पर नाराजगी जता दी।
खेड़ा ने कहा कि सरकार को श्रेय देना उन लाखों परिवारों का अपमान है, जो कुप्रंबधन के कारण कोविड के शिकार हुए और कहीं न कहीं आ भी कोरोना के दुष्प्रभावों से पीड़ित हैं। श्रेय मांगने से पहले प्रधानमंत्री को उन लोगों से माफी मांगनी चाहिए जो इसके शिकार हुए। इसके अलावा कांग्रेस के दूसरे नेताओं ने भी जश्न मनाने को लेकर मोदी सरकार का घेराव किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को यह जवाब देना चाहिए कि साल 2021 के खत्म होने में शेष बचे 70 दिनों के भीतर देश के सभी वयस्कों का पूर्ण टीकाकरण कैसे किया जाएगा।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार को एक ‘कोरोना जांच आयोग’ का गठन करना चाहिए ताकि नरेंद्र मोदी सरकार की लापरवाही की जांच हो और मरने वालों का फिर से सर्वेक्षण कर पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जा सके। कांग्रेस महासचिव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम चिकित्सकों, नर्सों, पैरामेडिकल के कर्मचारियों, अस्पतालों का आभार प्रकट करते हैं। 100 करोड़ खुराक के लिए पूरा देश उनका कृतज्ञ है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी जी और उनकी सरकार एक बार फिर स्वांग कर खुद का पीठ थपथपाने में लगी हैं। मोदी सरकार जान ले कि जश्न मनाने से जख्म नहीं भरने वाले हैं। मोदी सरकार के निकम्मेपन और आपराधिक लापरवाही के कारण देशवासियों की जान जोखिम में डालने के लिए जवाबदेही का हिसाब मांगने का समय आ गया है।’’
गौरतलब है कि देश में कोविड-19 रोधी टीकों की अब तक दी गई खुराक का आंकड़ा बृहस्पतिवार को 100 करोड़ को पार कर गया। देश में टीकाकरण मुहिम की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी ।