सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदर पूनावाला ने शनिवार को कहा कि उनकी कंपनी ने कोविड-19 के एक और टीके का परीक्षण शुरू करने के लिए आवेदन किया है तथा संस्थान को जून 2021 तक इसके उत्पादन की उम्मीद है। एसआईआई पहले ही ‘कोविडशील्ड’ टीके का उत्पादन कर रहा है जिसे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और ब्रिटिश-स्वीडिश कंपनी एस्ट्राजेनका ने विकसित किया है।

देश में अभी चल रहे टीकाकरण अभियान के लिए केंद्र ने ‘कोविडशील्ड’ टीके की एक करोड़ 10 लाख खुराक खरीदी हैं। पूनावाला ने एक ट्वीट में कहा, “नोवावैक्स के साथ कोविड-19 टीके के लिए हमारी साझेदारी ने उत्कृष्ट प्रभावी नतीजे दिए हैं। हमने भारत में परीक्षण शुरू करने के लिए आवेदन किया है। जून 2021 तक ‘कोवोवैक्स’ का उत्पादन शुरू करने की उम्मीद है।” देश भर में कोविड-19 के खिलाफ 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि इसमें करीब तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों तथा कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर काम करने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी।

भारत में कोविड-19 के 13,083 नए मामले सामने आने के साथ इस महामारी के कुल मामले बढ़कर 1,07,33,131 पर पहुंच गए जबकि अब तक संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या भी बढ़कर 1,04,09,160 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि रोग से उबरने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 96.98 फीसदी है। देश में बीते 24 घंटे में 137 और संक्रमित व्यक्तियों की मौत हुई जिसके साथ ही मृतक संख्या बढ़कर 1,54,147 हो गई।

मंत्रालय के सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक देशभर में कोरोना वायरस के 1,69,824 मरीजों का इलाज चल रहा है जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.58 फीसदी है। इसमें बताया गया कि कोविड-19 के कारण मरने वालों की दर 1.44 फीसदी है। इसी बीच, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, अभी तक कुल 19,58,37,408 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है। इनमें से 7,56,329 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई।

कोरोना की उत्पत्ति की जांच को WHO टीम वुहान के 1 और अस्पताल पहुंचाः कोरोना वायरस की उत्पत्ति के बारे में जांच करने आया विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का दल शनिवार को अपने दूसरे कार्यदिवस पर वुहान के एक अन्य अस्पताल में पहुंचा जहां महामारी की शुरुआत में कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार किया गया था। जिनयांतन अस्पताल शहर के उन चुनिंदा अस्पतालों में से एक है जहां 2020 की शुरुआत में अज्ञात वायरस से पीड़ित लोगों का इलाज किया गया था।

दल ने शुक्रवार को चीन के वैज्ञानिकों के साथ मुलाकात की थी और वुहान के उस अस्पताल का दौरा किया, जहां चीन के मुताबिक एक वर्ष पहले कोविड-19 के पहले मरीज का उपचार किया गया था। यह दल आगामी दिनों में वुहान में कई स्थानों का दौरा करेगा। डब्ल्यूएचओ के दल में पशु स्वास्थ्य, विषाणु विज्ञान, खाद्य सुरक्षा एवं महामारी विशेषज्ञ शामिल हैं। चीन के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण के पहले मरीज का इलाज ‘हुबेई इंटिग्रेटेड चाइनीज एंड वेस्टर्न मेडिसीन हॉस्पिटल’ में हुआ था। यहां कोविड-19 का पहला मामला 27 दिसंबर 2019 को सामने आया था।