तमिलनाडु में भारी बारिश का खतरा मंडरा रहा है। इससे पहले ही सरकार ने कुछ ऐसे उपाय किए हैं जिससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मंगलवार को चेन्नई और आसपास के जिलों में स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी है, साथ ही आईटी क्षेत्र के कर्मचारियों को 15 से 18 अक्टूबर के बीच घर से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और भारी बारिश की संभावना के रहते यह फैसला लिया गया है।

स्कूल रहेंगे बंद

तमिलनाडु के जिलों कांचीपुरम, चेंगलपट्टू और तिरुवल्लूर के साथ-साथ चेन्नई में अगले कुछ दिनों में 20 सेमी तक बारिश होने की उम्मीद है। चेन्नई शहर के प्रशासन ने निचले इलाकों में 300 विशेष रूप से प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों को तैनात किया है और नगर निकायों और आपातकालीन सेवाओं को भी अलर्ट कर दिया गया है।

बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव प्रणाली चक्रवाती तूफान की वजह से यह स्थिति बनी हुई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक इसके उत्तर-पश्चिम की ओर उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिणी आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ने का अनुमान है।

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मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने क्या कहा?

मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने कहा, “हम चेन्नई और आसपास के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की तैयारी कर रहे हैं। इस सिस्टम के कारण 36 से 48 घंटों तक लगातार बारिश होने की संभावना है, हालांकि बीच-बीच में बारिश हो सकती है। हालांकि घबराने की कोई तत्काल वजह नहीं है, आईएमडी के पूर्वानुमानों ने निचले इलाकों और बाढ़ की आशंका वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। ईएमडी के अनुसार अभी के लिए बड़ी बाढ़ का खतरा बहुत ज़्यादा नहीं है।” सीएम स्टालिन ने सोमवार को राज्य की तैयारियों की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक बुलाई थी।