शनिवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि अखिलेश यादव को दलितों की जरुरत नहीं है और उन्होंने बहुजन समाज का अपमान किया है। साथ ही उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया कि सपा और उनकी आजाद समाज पार्टी के बीच गठबंधन नहीं होगा। सपा के साथ चंद्रशेखर आजाद के गठबंधन नहीं होने को लेकर सुभासपा नेता ओपी राजभर ने कहा कि उनके साथ सब कुछ तय कर लिया गया था और उन्होंने यह भी कहा कि हमने उन्हें मंत्रिपद देने का भी वादा किया था।

समाचार चैनल एबीपी न्यूज से बात करते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि भाजपा से निजात दिलाने के लिए हमने अखिलेश यादव के साथ मिलकर मोर्चा बनाया। हमने शिवपाल यादव, चंदशेखर सहित सभी नेताओं को एकजुट करने का प्रयास किया। लंबे समय तक हमने प्रयास किया। करीब 3 दिन पहले चंद्रशेखर आजाद ने हमसे संपर्क किया। जिसके बाद हमने अखिलेश यादव से उनको किसी भी तरह मैनेज करने के लिए कहा।

आगे सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद की तरफ से ऑफर आया कि अगर हमें 2 से 3 सीटें मिले तो हम साथ रहेंगे। हमने इसके लिए अखिलेश यादव से भी बात की और जयंत चौधरी से बात करके सीट मैनेज करने के लिए कहा। हमने यह भी तय किया कि सरकार आने पर चंद्रशेखर आजाद को एमएलसी बनाकर मंत्री पद देंगे। लेकिन वे 10-12 सीटें मांग रहे थे, अब तो वह समय नहीं रहा। जब समय था तो हम उन्हें बहुत मना रहे थे।  

इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि कोई यह नहीं कह सकता है कि ओम प्रकाश राजभर और अखिलेश यादव दलित विरोधी हैं। जो लड़ाई बाबा साहेब के पदचिन्हों पर लड़कर अखिलेश यादव और ओम प्रकाश राजभर लड़ रहे हैं वो कोई नहीं लड़ सकता है। 

बता दें कि शनिवार को चंद्रशेखर आजाद रावण ने कहा कि मेरी अखिलेश यादव से पिछले 6 महीनों में काफी मुलाकातें हुई। इस बीच सकारात्मक बातें भी हुई लेकिन अंत समय में मुझे लगा कि अखिलेश यादव को दलितों की जरूरत नहीं है। वह इस गठबंधन में दलित नेताओं को नहीं चाहते। वह चाहते हैं कि दलित उनको वोट करें। लेकिन डर यह था कि कांशीराम ने पहले भी नेताजी को मुख्यमंत्री बनाया लेकिन जो हुआ वो सबके सामने है।

गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा, शिवपाल सिंह यादव की प्रसपा, जयंत चौधरी की रालोद, संजय चौहान की जनवादी पार्टी, केशव मौर्य के महान दल, कृष्णा पटेल की अपना दल कमेरावादी, एनसीपी और टीएमसी के साथ गठबंधन किया है।