जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में दो सिख लड़कियों के धर्मांतरण पर बवाल मच गया है। शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि बंदूक की नोक पर दो सिख लड़कियों का अपहरण किया गया और जबरन उसका धर्मांतरण करवाया गया। उसके बाद उनमें से एक लड़की की शादी उम्रदराज शख्स से करा दी गई। 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कश्मीर के बडगाम जिले की रहने वाली एक सिख लड़की का जबरन धर्मांतरण करवा दिया गया। वहीं श्रीनगर के महजूर नगर की भी एक सिख लड़की का अपहरण कर उसका जबरन धर्म बदलवा दिया गया और उसकी शादी एक अधेड़ उम्र के मुस्लिम शख्स से कर दी गई। जिस मुस्लिम लड़के से शादी कराई गई है, उसकी पहले ही 2-3 शादियां हो चुकी हैं। 

बडगाम गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार संतपाल सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि पहले एसपी ने हमें आश्वासन दिया था कि लड़की को परिवार को सौंप दिया जाएगा। लेकिन बाद में कोर्ट ने मुस्लिम व्यक्ति के पक्ष में फैसला दे दिया। सतपाल सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि लड़की के माता पिता और रिश्तेदार को कोरोना प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए परिवार के अंदर नहीं जाने दिया गया। जबकि मुस्लिम व्यक्ति के परिवार के लोग कोर्ट के अंदर मौजूद थे। 

    

सिख लड़कियों के जबरन धर्मांतरण को लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन किया। सिरसा ने कहा कि कश्मीर में बंदूक की नोक पर दो लड़कियों का अपहरण कर जबरन उसका धर्म बदलवा दिया गया और उसकी शादी कर दी गई। इस मामले में हमने गृह मंत्री अमित शाह से कार्रवाई करने की मांग की है और उन्होंने कार्रवाई करने का भरोसा भी दिया है। ये लड़कियां जल्दी ही अपने परिवारों में लौटेगी। साथ ही सिरसा ने कहा कि इसके लिए अमित शाह ने हमें मिलने का भी समय दिया है।

 इसके अलावा मनजिंदर सिंह सिरसा ने केंद्र सरकार से अपील की कि जम्मू-कश्मीर में भी धर्मांतरण कानून को लागू किया जाए। अंतरजातीय और अंतरधार्मिक विवाह के लिए माता-पिता की सहमति होनी चाहिए। सिरसा ने शनिवार को जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने आश्वासन दिया है कि जिन लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन किया गया है, उनको जल्द ही परिवार के पास पहुंचाया जाएगा।