लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों ने एनडीए से लड़ने के लिए इंडिया गठबंधन बनाया है। इस गठबंधन में ऐसी भी दल शामिल हैं जो अलग-अलग राज्यों में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं। सूत्रों के अनुसार जनवरी के पहले हफ्ते से ही इंडिया गठबंधन के नेता सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू करेंगे। लेकिन इस बीच बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कांग्रेस पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी की बंगाल इकाई को बीजेपी का दलाल तक बता दिया है। सीट बंटवारे पर बात करते हुए कुणाल घोष ने कहा कि हमारे पास इसको लेकर कोई जानकारी नहीं है। इस पूरी प्रक्रिया को टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ही देख रही हैं। कुणाल घोष ने कहा कि ममता बनर्जी ही सीट बंटवारे पर अंतिम निर्णय लेंगी।
कुणाल घोष ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी में बड़ा अंतर है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल 2021 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी को कांग्रेस ने नुकसान पहुंचा था और बीजेपी को कांग्रेस से फायदा हुआ था। उन्होंने कहा कि टीएमसी बीजेपी को हराने के लिए लड़ रही थी, लेकिन कांग्रेस ने टीएमसी के साथ मिलकर वोटों का ध्रुवीकरण किया था। कुणाल घोष ने कहा कि कांग्रेस को तो कोई भी सीट हासिल नहीं हुई, लेकिन बीजेपी को उन्होंने फायदा पहुंचाया था।
इससे पहले 20 दिसंबर को इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई थी। लेकिन उसके ठीक बाद टीएमसी के खिलाफ भाजपा और सीपीआईएम के नेता एक मंच पर दिखे थे।दरअसल कोलकाता में कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे थे और इस प्रदर्शन में बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों के राज्य के बड़े नेता शामिल हुए थे। यह सभी कर्मचारी महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
ममता बनर्जी सरकार ने बंगाल में राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए DA में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी लेकिन कर्मचारियों की मांग है कि उनके DA केंद्र सरकार के कर्मचारियों के समान हो। कर्मचारियों के मंच पर सीपीएम के मोहम्मद सलीम आए और उन्होंने ममता सरकार पर निशाना साधा था। इसके बाद भाजपा सांसद दिलीप घोष भी पहुंचे थे और उन्होंने भी ममता सरकार पर निशाना साधा था।