NDTV के टीवी पत्रकार रवीश कुमार Republic TV के अर्णब गोस्वामी पर बुरी तरह भड़के हैं। उन्होंने बिना नाम लिए एक फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा है कि वह झूठे हैं और कुछ भी बोलकर लोगों को उकसाते हैं। रवीश के इस पोस्ट का शीर्षक ‘पूरे गांव पर केस करने की सामंती मानसिकता से बचे मुंबई पुलिस’ है, जो उन्होंने शुक्रवार को लिखा।
फेसबुक पर उनके पोस्ट के मुताबिक, “एडिटर्स गिल्ट का यह मैसेज ज़रूरी है। बेशक रिपब्लिक टीवी का पत्रकारिता से कोई लेना देना नहीं है। एंकर झूठ बोलता है। लोगों को उकसाता है। अनाप शनाप बोलता है। लेकिन उससे ख़फ़ा पुलिस पूरे गाँव पर केस पर दे यह सही नहीं है। आप किसी एक का गलती के लिए गाँव को सजा नहीं दे सकते। इससे पुलिस की जाँच ही संदिग्ध हो जाती है और अंत में नतीजा कुछ नहीं निकलता है।”
उक्त एंकर ने पत्रकारिता को शर्मसार किया है। पत्रकारिता में बेहूदगी को स्थापित किया है। एक दिन पत्रकारिता में बेहूदगी का कोर्स होगा तभी तो लोग इस चैनल में काम करने लायक़ पाए जाएँगे। लेकिन सैंकड़ों प्राथमिकी दर्ज करना ग़लत है।”
खबर लिखे जाने तक करीब तीन हजार लोग रवीश के इस पोस्ट पर रिएक्ट कर चुके हैं, जबकि इस पर 500 से अधिक कमेंट्स आ चुके थे। वहीं, 162 बार इसे शेयर भी किया गया था। हालांकि, रवीश के इस पोस्ट पर मिली जुली प्रतिक्रियाएं थीं। राकेश कुमार पांडे ने कहा- ओह…होशियार, पहले आप खुद पर लगे दाग देख लो, जो झूठी पत्रकारिता के लिए प्रसिद्ध है।
ठाकुर महेश सिंह बोले, “रवीश कुमार, आज हिंदुस्तान का सबसे बेहतर पत्रकार वही है, जिसकी आप निंदा कर रहे हैं।” नीरज कुमार ने लिखा- रवीश बाबू, ये कुंठा है। पत्रकारिता तो आपके हिस्से में भी नहीं। प्रणव राय के बंद कुए से कभी निकल नहीं पाए। एंकर एंकर क्या बोल रहे हो। वह आप लोगों की तरह दिन रात गाली नहीं बेचता। आपका धीमे-धीमे उकसाना, झूठ बोलना अधिक खतरनाक है।
केशव गोस्वामी ने कहा- वो आपकी तरह नहीं है रंग बदलने वाला। आप अपने आप का मूल्यांकन करिए पहले। आगे कौशल सिंह ने कमेंट कर पूछा- विदेशी चंदे से पोषित पत्रकार हो क्या?